नोएडा पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। मंगलवार की सुबह नकली नोटों की तस्करी करने वाले दो तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं। बड़ी बात यह है कि इनके कब्जे से 17 लाख रुपये के नकली नोट भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके अदालत के सामने पेश किया। अदालत ने नकली भारतीय मुद्रा छापने और इसकी तस्करी करने के आरोप में दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इन तस्करों के पास से 100 और 200 रुपये के नकली नोट जब्त किए गए हैं।
पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं। पुलिस इस पूरे रैकेट का भंडाफोड़ करने की कोशिश में जुट गई है। आने वाले दिनों में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती हैं। पुलिस को शहर में नकली नोट खरीदने वालों की जानकारी भी मिली है। सहायक पुलिस आयुक्त विमल कुमार सिंह ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सोमवार की रात गश्त पर निकली नोएडा सेक्टर-49 थाना पुलिस ने बरौला गांव के पास से मनोज शाह तथा सत्येंद्र उपाध्याय को गिरफ्तार किया है।
भोलेभाले लोगों को चुनते थे
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि वे लोग सीधे-साधे लोगों को नकली नोट बाजार में चलाने के लिए अतिरिक्त पैसे देते थे। पहले वे 10 हजार रुपये के बदले में 15 हजार रुपये के असली नोट नकली बताकर देते थे। इन्हें बाजार में चलवाते थे। इस तरह वे पीड़ित का भरोसा जीतते थे। ठग विश्वास दिलाते थे कि उनके द्वारा मुहैया कराए गए कथित नकली नोट आसानी से बाजार में चल जाते हैं। इसके बाद आरोपी बच्चों के खेलने वाले नोट की गड्डी बनाकर उसमें ऊपर और नीचे एक-एक असली नोट रख देते थे।
पुुलिस बन कर पहुंच जाता था
आरोपी रकम की एवज में डेढ़ गुना कीमत के कथित नकली नोट लोगों को देते थे। जैसे ही नोट लेने वाला व्यक्ति इनसे नोटों का थैला लेकर चलता था, उसी समय पुलिस की वर्दी में इनका एक अन्य साथी मौके पर पहुंच जाता था। फिर उस व्यक्ति को पकड़े लेते थे। सिंह ने बताया कि पुलिस की वर्दी में इनके साथ अपराध करने वाला व्यक्ति फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। जल्दी ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।