Tricity Today | नोएडा में धरने पर बैठे किसानों का ऐलान, 26 जनवरी को दिल्ली में परेड करेंगे, रिहर्सल शुरू
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए नोएडा में पिछले 35 दिनों से धरना दे रहे किसानों ने बड़ा ऐलान किया है। किसानों का कहना है कि अगर उनकी बातें नहीं मानी गई तो 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में परेड करेंगे। इसके लिए बाकायदा ट्रैक्टरों का जत्था दिल्ली भेजा जाएगा। इतना ही नहीं किसानों ने सोमवार को हाथों में झंडा लेकर मार्च पास्ट किया। किसान कई दिनों से परेड की रिहर्सल भी कर रहे हैं। इसके लिए बाकायदा नोएडा में रहने वाले सेवानिवृत्त फौजी अफसरों की मदद ली जा रही है। फौजी अफसर रोजाना धरना स्थल पर पहुंचते हैं और किसानों को परेड की रिहर्सल करवाते हैं।
सोमवार की सुबह सैकड़ों किसानों ने हाथों में तिरंगा लेकर नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर मार्च पास्ट किया। किसान नेताओं का कहना है कि वह लोग परेड का पूर्वाभ्यास कर रहे हैं। किसान पूरे जोश के साथ 'किसान एकता जिंदाबाद', 'भारत माता की जय', 'हिन्दुस्तान जिंदाबाद', 'वन्दे मातरम' और 'जय जवान, जय किसान' के नारे लगाते हैं। किसान नेताओं का कहना है कि वह लोग पिछले 35 दिनों से यहां धरना दे रहे हैं। अगर 26 जनवरी तक उनकी बात नहीं मानी गई तो दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर परेड करेंगे। यह परेड नोएडा के चिल्ला बॉर्डर से शुरू होगी। इस परेड में शामिल होने के लिए गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ़ और बुलंदशहर से ट्रैक्टर बुलवाए गए हैं। एक बड़ा मैदान तलाश किया जा रहा है, जिसमें इसी सप्ताह करीब 100 ट्रैक्टरों की टुकड़ी भी पूर्वाभ्यास करेगी।
भारतीय किसान यूनियन के नेताओं का कहना है कि 26 जनवरी की सुबह ट्रैक्टरों की टुकड़ी नोएडा से दिल्ली के लिए कूच करेंगी। अगर उत्तर प्रदेश पुलिस और दिल्ली पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश की तो मुकाबला किया जाएगा। पुलिस के सभी बैरिकेडिंग और अवरोधों को ट्रैक्टरों की टुकड़ी तोड़ देगी। किसान नेताओं का कहना है कि अपने-अपने गांव में युवा किसान 26 जनवरी की परेड के लिए तैयारियां कर रहे हैं। इसके लिए बाकायदा ट्रैक्टरों को सजाया जाएगा। राष्ट्र गीतों की धुन बजाते हुए किसानों का जत्था दिल्ली की ओर बढ़ेगा। किसानों को ने यहां तक कहा कि अगर उस दिन पुलिस ने उन पर लाठियां और गोली चलाई तो भी पीछे नहीं हटेंगे।
परेड और मार्च पास्ट की तैयारी करने के लिए किसान नोएडा में रह रहे फौजी अफसरों की मदद ले रहे हैं। सेना से रिटायर्ड अफसर किसानों के पास पहुंचते हैं। सुबह ड्रिल होती है। किसानों का जत्था भागदौड़ करता है। इसके बाद हाथों में झंडा लेकर कदमताल करते हैं। सोमवार को भी परेड और मार्चपास्ट का पूर्वाभ्यास किया गया है। जिसमें सैकड़ों किसानों ने भाग लिया।