NOIDA NEWS : फोनरवा ने उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को पत्र लिखा है। जिसमें बताया गया कि नोएडा आरडब्ल्यूए सदस्यों से समय-समय पर शिकायतें मिल रही हैं कि शहर के सेक्टरों में बिजली के खंभे कभी भी गिर सकते हैं क्योंकि उनके ठिकानों में जंग लग गया है। इसी तरह के पैनल बॉक्स, जंक्शन बॉक्स और सर्किट ब्रेकर में जंग लग गया है। केबल बिछाने की गुणवत्ता खराब है। पेड़ों की छंटाई नहीं होती है, जिसके कारण पत्ते कभी-कभी तारों से उलझ जाते हैं, जिससे शॉर्ट सर्किट हो जाता है। मेंटेनेंस स्टाफ की कमी भी एक समस्या है।
फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने बताया कि अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों के बावजूद भी नोएडा शहर में बिजली की समस्या लगातार बढ़ रही है। बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने की तत्काल आवश्यकता है। नोएडा विश्व स्तर की सुविधाओं और बुनियादी ढांचे के साथ भारत के सबसे आधुनिक शहरों में से एक है लेकिन फिर भी बिजली से जुड़े बुनियादी ढांचे में कमी के कारण बिजली की समस्या बनी रहती है, जिसको सुधारने की तत्काल आवश्यकता है।
फोनरवा महासचिव केके जैन ने बताया कि नोएडा नो पावर कट जोन के रूप में अधिसूचित होने के बाद भी अक्सर लंबे समय तक बिजली की आपूर्ति ठप रहती है। बिजली की समय-समय पर आपूर्ति में विघटन होता रहता है। इसका मुख्य कारण बिजली की कमी नहीं बल्कि आउटेज से होती हैं। नोएडा को "नो-ट्रिपिंग जोन" बनाने के लिए बिजली के बुनियादी ढांचे में बदलाव की आवश्यकता है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि बिजली की कमी के कारण कोई बिजली कटौती न हो। नोएडा अब लगभग 45 साल पुराना शहर है। इसलिए ट्रांसमीटर, लाइन, जंग लगे पोल, खराब फीडर पिलर, जंक्शन बॉक्स आदि में बड़े सुधार की जरूरत है।
आरडब्ल्यूए सदस्यों द्वारा समय-समय पर संबंधित एसडीओ के पास ऐसी शिकायतें दर्ज कराई जाती है लेकिन उनके द्वारा कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की जाती है। भूमिगत बिजली के केवल नहीं बिछाए जाने के कारण हल्की ओलावृष्टि या हवा चलने पर भी बिजली की आपूर्ति बंद कर दी जाती है। इसलिए यह जरूरी है कि नोएडा शहर में भूमिगत बिजली के तार जल्दी से जल्दी बिछाए जाएं।