Tricity Today | स्वच्छता सर्वेक्षण में नोएडा को मिले 4 अवॉर्ड
New Delhi : शनिवार की रात दिल्ली में स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में रैंकिंग हासिल करने वाले शहरों को अवार्ड देकर सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम के दौरान नोएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी ने शहर के लिए केंद्र सरकार से तीन अवार्ड लिए हैं। यह आयोजन दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में किया गया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी शामिल हुए। सीईओ ऋतु महेश्वरी और शहर के सामाजिक संगठनों की मेहनत रंग लाई है।
नोएडा शहर को 4 अवार्ड मिले
शनिवार की रात केंद्र सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के प्रतियोगी शहरों को तालकटोरा स्टेडियम में पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में 4,355 शहरों ने हिस्सा लिया था। नोएडा भी शामिल था। इस वर्ष नोएडा को उत्तर प्रदेश में सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है। अपनी श्रेणी के शहरों में नोएडा को पूरे देश में पांचवां स्थान मिला है। देश के ओवरऑल सभी शहरों में 11वां स्थान मिला है। इतना ही नहीं नोएडा को 'बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल मीडियम सिटी अवार्ड' भी दिया गया है।
क्या है बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल मीडियम सिटी अवार्ड
ऋतु महेश्वरी ने बताया कि बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल मीडियम सिटी अवार्ड दिया गया है। दरअसल, नोएडा शहर अपने संसाधनों से स्वच्छता से जुड़े कार्यक्रम संचालित करता है। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार या भारत सरकार से कोई धन नहीं लेता है। इसलिए सरकार ने नोएडा को सेल्फ सस्टेनेबल सिटी मानते हुए बेस्ट सेल्फ सस्टेनेबल मीडियम सिटी अवार्ड से सम्मानित किया है। नोएडा ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में अपनी पिछली रैंकिंग को बनाए रखने में सफलता हासिल की है। साथ ही नोएडा को एक नई उपलब्धि भी प्राप्त की है। नोएडा की तरफ से यह अवार्ड उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी, सीईओ ऋतु महेश्वरी और जन स्वास्थ्य विभाग के परियोजना अभियंता विजय रावल ने प्राप्त किया। अवार्ड केंद्रीय शहरी विकास राज्यमंत्री ने दिया।
नोएडा को मिल चुकी है फाइव स्टार रैंकिंग
नोएडा शहर को शहरी विकास मंत्रालय गार्बेज फ्री सिटी कैटेगरी में फाइव स्टार रैंकिंग मिल चुकी है। शहर को ओपन डिफेक्शन फ्री कैटेगरी में ओडीएफ प्लस प्लस प्रमाण पत्र दिया गया है। आपको बता दें कि नोएडा ने स्वच्छता रैंकिंग में साल 2018 में पहली बार हिस्सा लिया था। तब शहर को देशभर में 324वां स्थान मिला था। साल 2019 में 250वां स्थान दिया गया था। साल 2019 में ऋतु महेश्वरी को गाजियाबाद से स्थानांतरित करके नोएडा की सीईओ बनाया गया। इसके बाद शहर में सफाई को लेकर संजीदगी से काम शुरू किया गया। जिसका अच्छा परिणाम मिला। साल 2020 में बड़ी बढ़त मिली और देशभर में 25वां स्थान हासिल किया। साल 2021 में चौथा स्थान मिला। अब 2022 में नोएडा पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। ऋतु महेश्वरी ने कहा, "अब 2023 में शहर पहला स्थान हासिल करने के लिए प्रयासरत है। हमने 2022 के लिए प्रसिद्ध मूर्तिकार पद्मश्री राम वी सुतार को ब्रांड एम्बेसडर बनाया।"
प्राधिकरण के कर्मचारियों ने दिन-रात मेहनत की : सीईओ
सीओ ऋतु महेश्वरी ने कहा, "प्राधिकरण शहर को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए विभिन्न स्तरों पर कार्य कर रहा है। प्राधिकरण के कर्मचारी, एजेंसियां, मैकेनिकल स्वीपीन एजेंसी, डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन एजेंसी, बायोरेमेडीएशन प्लांट, कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट को सीधे इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर से जोड़ दिया गया है। कंट्रोल सेंटर शहर में सफाई के कार्यों पर निगरानी करता है। मशीनों और मानव श्रम को अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए उपयोग कर रहा है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में पुरस्कार और उच्च रैंकिंग हासिल करने में प्राधिकरण के जन स्वास्थ्य विभाग, जल सीवर विभाग, सिविल विभाग, उद्यान, विद्युत एवं यांत्रिक विभागों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। रितु माहेश्वरी ने कहा, "मैं मीडिया से जुड़े बंधुओं का हृदय से आभार व्यक्त करती हूं। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में नोएडा को नंबर वन बनाने के लिए इसी प्रकार सहयोग की अपेक्षा करती हूं।"
सहयोगियों और सामाजिक संगठनों ने बड़ी भूमिका निभाई
ऋतु महेश्वरी ने आगे कहा, "स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में नोएडा को जो उपलब्धि हासिल हुई है, उसमें शहर की सभी आरडब्लूए, फोनरवा, कोनरवा, नोवरा, नोफ़ा, नोएडा एंटरप्रेन्योर एसोसिएशन, लघु उद्योग भारती, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन और हाउसिंग सोसाइटीज की अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। शहर की सभी औद्योगिक और व्यापारिक संस्थाओं ने बढ़-चढ़कर काम किया। जिसकी बदौलत पूरे देश में ओवरऑल 11वां स्थान मिला है। उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान मिला है।