उत्तर प्रदेश में 22 जनवरी को शेष स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई जायेगी। इसके लिए पूरे प्रदेश में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गौतमबुद्ध नगर में भी जिला प्रशासन 22 जनवरी को टीकाकरण कराने के लिए कमर कस चुका है। गत शनिवार को जिले में कोरोना वायरस का टीकाकरण किया गया था। गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा सबसे पहले टीका लगवाने पहुंचे थे। उन्हें कैलाश हॉस्पिटल में टीका लगाया गया था। हालांकि, टीकाकरण को लेकर तमाम भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। इस संबंध में उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव सूचना, नवनीत सहगल ने रविवार को मीडिया से बात की।
उन्होंने लोगों से वैक्सीनेशन के सम्बंध में किसी भी प्रकार का भ्रम न रखने की अपील की। उन्होंने बताया कि शनिवार, 16 जनवरी को कोरोना टीकाकरण के पहले चरण में प्रदेश में 22,643 डॉक्टर/स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया थाय। शेष बचे स्वास्थ्य कर्मियों को 22 जनवरी को वैक्सीन लगायी जायेगी। इन सभी लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज 15 फरवरी को लगाई जायेगी। नवनीत सहगल ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य भारत सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन और निर्देशों के मुताबिक संचालित किया जा रहा है। इसमें किसी भी प्रकार का कोई भी बदलाव नहीं किया जायेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने की प्रदेश सरकार की योजना कारगर सिद्ध हो रही है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या 9,000 से कम हो गयी है।
मार्च, 2020 में प्रदेश में कोविड-19 से जुड़े रोज सिर्फ 72 टेस्ट किए जा रहे थे। अब इसे बढ़ाकर 1,80,000 प्रतिदिन कर दिया गया है। प्रदेश में सर्विलांस के जरिए हर परिवार तक पहुंच कर सरकार कोविड संक्रमण के लक्षण की जानकारी ले रही है। अब तक सूबे में 2.62 करोड़ से ज्यादा लोगों का कोविड-19 टेस्ट किया जा चुका है। राज्य में 15.20 करोड़ से ज्यादा लोगों से मिल कर उनसे कोविड संक्रमण की जानकारी ली गयी है। इस मुहिम के तहत प्रदेश की 24 करोड़ जनसंख्या में से 17.80 करोड़ परिवारों से संपर्क किया जा चुका है। प्रदेश में अब संक्रमितों की संख्या लगातार कम हो रही है, फिर भी सरकार 1,25,000 से ज्यादा सैंपल्स का कोविड-19 टेस्ट करा रही है।