Noida News : शहर में ई-बस योजना के तहत नोएडा को 100 बसें मिलने वाली हैं। इलेक्ट्रिक बसें (ई-बस) को नोएडा से जेवर एयरपोर्ट तक जोड़ने कि तैयारी है। साथ ही नोएडा ट्रैफिक सेल ने 37 रूट को लेकर यूएमटीसी प्रतिनिधियों संग बातचीत की है। जिसमें पूरे जिले को सिटी बस सेवा के नेटवर्क से जोड़ने को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। बता दें कि तैयार रूट में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना, जेवर एयरपोर्ट तक शामिल किया गया है। बस संचालन के लिए रिक्वेस्ट फार प्रपोजल (आरएफपी) तैयार करने वेस्ट का काम एनटीसी की ओर से शुरू कर दिया गया है।
बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी : अधिकारी
एनटीसी प्रभारी एएस शर्मा ने बताया कि मौजूदा वक्त में शहर के लोग ऑटो, कैब, ई-रिक्शा के भरोसे रहते हैं। पीएम ई-बस सेवा योजना शुरू होने के बाद नोएडावासियों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। इसके साथ ही पॉल्यूशन में भी कमी आएगी। उन्होंने बताया कि सिटी बस के संचालन में सुबह पांच बजे से रात 11 बजे तक सेवा शहरवासियों को उपलब्ध कराई जाएगी। अभी तक 37 मार्गों पर ई-बसों के संचालन की रणनीति बन गई है। जिसमें बस सेवा मेट्रो, मुख्य सड़कों, बाजारों, औद्योगिक सेक्टरों और सरकारी कार्यालयों को कवर करेगी।
इन रूटों पर चलेगी बस
कासना-सूरजपुर-विजय नगर स्टेशन
ग्रेटर नोएडा डिपो से एक्सप्रेस-वे के रास्ते सेक्टर 37 तक
सेक्टर-37- चार मूर्ती- गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी मार्ग
बाटेनिकल गार्डेन मेट्रो स्टेशन से ग्रेनो प्राधिकरण
सेक्टर-22 से कासना
बाटेनिकल बस स्टाप से सेक्टर- 62
बाटेनिकल गार्डेन-एडवंट
सेक्टर-62- गौर सिटी एच्छर
बाटेनिकल गार्डेन-कासना गांव
गौर सिटी-नोएडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन
बाटेनिकल गार्डेन मेट्रो स्टेशन- छपरोली कट
शशि चौक से ऐश सिटी
शशी चौक से केपटाउन
शशि चौक-एक मूर्ति
शशि चौक महागुन मार्ट
शशि चौक- आम्रपाली सिलिकान
सेक्टर-62- गौर सिटी ग्रेनो
प्राधिकरण सेक्टर 15 सेक्टर 62
यमुना प्राधिकरण दनकौर गोलचक्कर बाटेनिकल गार्डेन
सेक्टर 62- जेवर एयरपोर्ट
सेक्टर-35-जेवर एयरपोर्ट
सेक्टर 62- 12, 22- गोलचक्कर
माडल चौकी-12, 22- गोलचक्कर
सेक्टर-35- सूरजपुर दादरी
सेक्टर 12, 22- ग्रेनो प्राधिकरण- जेवर एयरपोर्ट
आइओसी यूनिवर्सिटी- जेवर एयरपोर्ट
आइओसी यूनिवर्सिटी- जेवर एयरपोर्ट
सेक्टर-35 से सूरजपुर जेवर एयरपोर्ट
10 हजार इलेक्ट्रिक बसों का संचालन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बताया कि इलेक्ट्रिक बस सेवा योजना के लिए सरकार 20 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी। इसके तहत देशभर में 10 हजार इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा। यह योजना तीन लाख और उससे अधिक की आबादी वाले शहरों में लागू की जाएगी। इसमें उन शहरों को प्राथमिकता दी जाएगी, जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट सर्विस नहीं है।