Google Image | जिला अस्पताल में सेवाएं बेहतर बनाई जा रही है
नोएडा स्थित जिला अस्पताल की तस्वीर आने वाले दिनों में पूरी तरह बदल जाएगी। शहर के सेक्टर-30 स्थित डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के कायाकल्प की तैयारी शुरू हो गई है। बाहर गार्डेन बनाया जाएगा। भवन के अंदर भी साफ-सफाई और सजावट की जाएगी। साथ ही अब पार्किंग स्पॉट बदला जाएगा। परिसर में पांच स्थान चिन्हित किए गए हैं, जहां जगह के मुताबिक छोटे-बड़े गार्डेन विकसित होंगे। अव्यवस्था, जर्जर इमारतें और प्रशासनिक कुव्यवस्था के चलते यहां मरीजों का आना कम ही होता है।
मेंटिनेंस के अभाव में जिला अस्पताल की इमारत जर्जर होती जा रही है। परिसर में लोगों की बेतरतीब भीड़ और गंदगी यहां की पहचान बन गई है। पर अब अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रेनू अग्रवाल इन सबको ठीक करने का जज्बा दिखा रही हैं। उन्होंने हॉस्पिटल को शानदार बनाने का बीड़ा उठा लिया है। हालांकि गत कुछ वक्त में जिला अस्पताल में थोड़ा बदलाव हुआ है।
इस सिलसिले में जिला अस्पताल में कैंटीन के पास से गंदगी हटाकर वहां पार्क विकसित किया जाएगा। ओपीडी के सामने और इमरजेंसी के पास खाली जगह को मिलाकर कुल पांच स्थान पर गार्डेन बनाया जाएगा। मरीज औऱ तीमारदार वहां बैठकर हरियाली का आनंद ले सकेंगे। साथ ही सभी खाली जगहों पर रंगीन कुर्सियां बिछाई जाएंगी। इस संबंध में शासन को चिट्ठी लिखी गई है।
अंदर भी होंगे काफी बदलाव
गत एक महीने में जिला अस्पताल के भीतर कई अहम बदलाव हुए हैं। डॉयलिसिस यूनिट और सीटी स्कैन मशीनें स्थापित की गई है। रोज 50 से ज्यादा मरीज इनका लाभ ले रहे हैं। हॉस्पिटल परिसर में एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी) सेंटर स्थापित किया जा रहा है। जगह-जगह पानी टपकने की समस्या का भी जल्दी निराकरम कर लिया जाएगा। इसके अलावा पेयजल की व्यवस्था को बेहतर किया जा रहा है।
सीनियर सिटीजन के लिए अलग ओपीडी
सेक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल में वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग ओपीडी शुरू की जाएगी। साथ ही महिला और पुरुषों के लिए एक-एक अलग ओपीडी की सेवा शुरू होगी। 10 दिन बाद इन्हें शुरू करने की तैयारी है। बताते चलें कि अस्पताल में वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग ओपीडी की सुविधा नहीं है। ऐसे में उन्हें तकलीफें उठानी पड़ती हैं। कतार में लगे बुजुर्ग रोगी परेशान होते हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रेनू अग्रवाल ने बताया कि सीनियर सिटीजन के लिए अलग ओपीडी बनेगी। पहले इसमें एक-एक फिजीशियन बैठेंगे। मरीजों को पर्चा भी डॉक्टर ही बनाकर देंगे। बुजुर्गों को पर्चे के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा।
लम्बे अरसे से हॉस्पिटल ऑपरेशन कायाकल्प का हिस्सा नहीं बन पाता था। अब इसका सौंदर्यीकरण कर प्रदेश में प्रथम स्थान दिलाने पर जोर दिया जाएगा। परिसर में हरियाली बढ़ने से मरीजों और उनके परिजनों को फायदा मिलेगा। डॉ रेनू अग्रवाल, सीएमएस, जिला अस्पताल सेक्टर-30