नोएडा और गाजियाबाद में कोरोना संक्रमण टीकाकरण की धीमी रफ्तार से मुख्यमंत्री नाराज
और निजी अस्पतालों को कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम से जोड़ने का दिया निर्देश
प्रदेश में सिर्फ 3.87 लाख लाभार्थियों का ही टीकाकरण हुआ है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में कोरोना संक्रमण टीकाकरण की धीमी रफ्तार और लाभार्थियों की कम संख्या को लेकर चिंता जताई है। इस संबंध में उन्होंने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की। इसमें मुख्यमंत्री ने टीकाकरण में ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों को शामिल करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर जरूरत पड़े, तो और प्राइवेट हॉस्पिटल्स की सुविधा ली जाए।
मुख्यमंत्री ने आवश्यतानुसार और निजी अस्पतालों को कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रोग्राम से जोड़ने का निर्देश दिया। इसके बाद से दोनों जिले के आलाअधिकारी टीकाकरण में लाभार्थियों की अधिकाधिक संख्या सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैं। बताते चले कि कोरोना वायरस टीकाकरण के तीसरे चरण के तहत 4 मार्च से वरिष्ठ नागरिकों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45-59 वर्ष के लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इसके तहत गौतमबुद्ध नगर तथा गाजियाबाद में लाभार्थियों की संख्या बेहद कम रही है।
केंद्रों पर नहीं पहुंच रहे लाभार्थी
नोएडा में गुरुवार को सिर्फ 3420 लोगों ने टीकाकरण कराया था। जिले के 30 प्राइवेट हॉस्पिटल्स में टीकाकरण का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा स्थित गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (जिम्स) में भी वैक्सीनेशन प्रोग्राम चल रहा है। गुरुवार को टीकाकरण में पहुंचे लाभार्थियों की संख्या 4 मार्च के बाद सबसे कम रही। इससे पहले 6 मार्च को 757 लोगों ने टीकाकरण कराया था। 10 मार्च को 1159 लाभार्थियों ने वैक्सीन की खुराक ली थी। गुरुवार को जिन लोगों को टीका लगाया गया, उसमें 2655 लोग 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के थे। जबकि 567 लोग 45 - 59 साल के बीच के थे और गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। 11 मार्च को टीकाकरण के दौरान 118 स्वास्थ्य कर्मियों को भी कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दी गई। जबकि 73 फ्रंट लाइन वर्कर्स और दूसरे कर्मियों को दूसरी खुराक दी गई।
गाजियाबाद में लाभार्थियों की संख्या को लेकर बैठकें जारी
गाजियाबाद में टीकाकरण के आंकड़े और भी ज्यादा चिंताजनक हैं। जनपद में गुरुवार को सिर्फ 1028 लाभार्थियों ने वैक्सीनेशन कराया। इसमें से 169 लाभार्थी गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 -59 वर्ष के थे। 11 मार्च को 859 वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष से ऊपर) ने टीकाकरण कराया। दो फ्रंटलाइन वर्कर्स और 37 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई। जबकि 22 अन्य कर्मियों को टीके की दूसरी डोज दी गई। हालांकि महाशिवरात्रि की वजह से गुरुवार को गाजियाबाद में सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण कार्यक्रम नहीं चलाया गया था। सिर्फ प्राइवेट हॉस्पिटल्स में ही वैक्सीनेशन प्रोग्राम चालू था। तीसरे चरण के दौरान बीते रविवार को सबसे कम लाभार्थियों ने गाजियाबाद में टीकाकरण कराया। उस दिन सिर्फ 835 लोगों ने वैक्सीनेशन कराया था।
कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने लगवाया टीका
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और उनकी पत्नी डॉ नीता सिंह ने भी गुरुवार को ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स में टीका लगवाया। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ नीरज त्यागी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उन दोनों के लिए एक वॉयल खोल दी गई थी। इसकी वजह से सात अन्य लाभार्थियों का भी टीकाकरण कराया गया। ताकि बची वैक्सीन को नुकसान से बचाया जा सके।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक ने जताई चिंता
नेशनल हेल्थ मिशन की डायरेक्टर अपर्णा उपाध्याय में भी कम संख्या में टीकाकरण को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कार्यक्रम में लाभार्थियों की सहभागिता बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े दूसरे कर्मियों का सहयोग लेने का सुझाव दिया है। इस संबंध में निदेशक ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को लिखी चिट्ठी में उन्होंने जागरूकता कार्यक्रम चलाने पर जोर देने का निर्देश दिया है। बताते चलें कि 8 मार्च तक प्रदेश में सिर्फ 3.87 लाख लाभार्थियों का ही टीकाकरण हुआ है।