Noida News : शहर के प्रोग्रेसिव कम्युनिटी फाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी फायर सर्विसेज आनंद कुमार को एक खत लिख कर नोएडा में निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने की मांग की है। संगठन ने बिंदुवार तरीके से डीजीपी का ध्यान आकर्षित कराया है। खास तौर पर शहर के 7X सेक्टर-सोसायटी की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम उठाने की मांग की है। इनमें सेक्टर-74 से सेक्टर-79 तक के 50,000 से ज्यादा फ्लैट्स शामिल हैं। साथ ही संगठन ने राजधानी लखनऊ में उपलब्ध जर्मन तकनीक के एक फायर टेंडर को नोएडा में भी मुहैया कराने की अपील की है। इससे 25 मंजिल तक की इमारतों में लगी आग को आसानी से बुझाया जा सकता है।
अधूरे रह गए वादे
प्रोग्रेसिव कम्यूनिटी फॉउंडेशन के सदस्य अमित गुप्ता ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लंबे वक्त से फायर सर्विस और उससे जुड़े जरूरी उपकरण उपलब्ध कराने, सभी हाई राइज सोसाइटी में फायर सेफ्टी ऑडिट कराने जैसी मांग की जा रही है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। इसलिए प्रदेश के डीजीपी फायर सर्विसेज को एक पत्र लिखा गया है। इसमें कहा गया है कि, 2 जून 2020 को आपके साथ गौतमबुद्ध नगर के विभिन्न संगठनों की एक ऑनलाइन मीटिंग हुई थी। इसमें जिले में फायर सिस्टम से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई थी। खासतौर पर ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी से संबंधित विषयों और समस्याओं पर मंथन की गई थी। परंतु 1 साल के बाद भी इनमें से ज्यादातर बिंदुओं पर काम नहीं हुआ है। केवल फायर इंस्पेक्शन किया गया है। हम आपके संज्ञान में फिर से इन गंभीर मुद्दों को लाना चाहते हैं। ताकि समय रहते उचित कार्रवाई कर लाखों लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
7X सेक्टर में बने फायर स्टेशन
संगठन ने कहा है, 7X (सेक्टर 74-79) सेक्टर-सोसाइटी में 50,000 से ज्यादा फ्लैट्स हैं। पर यहां पर कोई भी फायरस्टेशन नहीं है। सबसे पास का फायर स्टेशन सेक्टर-71 पुलिस स्टेशन के पास है। उसके बाद सेक्टर-58 में है। जहां से 7X पहुंचने में व्यस्त समय में कम से कम 20- 30 मिनट लग जाते हैं। निवेदन है कि 7X में एक फायर स्टेशन बनाया जाए। जिस तरह नया पुलिस स्टेशन बनाकर लोगों को सुरक्षा देने की कोशिश है, उसी तर्ज पर फायर स्टेशन भी बनाया जाए।
एनओसी देने से पहले जांच हो
संगठन ने आगे कहा है, ज्यादातर सोसाइटी की फायर एनओसी बिना जांच के लिए दी गई हैं। जबकि यहां जीवन बचाने वाले जरूरी उपकरण नहीं हैं। पिछले साल की मीटिंग और लगातार निवेदन के बाद इस साल काफी सोसाइटीज में फायर विभाग ने जांच की। इस दौरान तमाम खामियां मिलीं। पर ज्यादातर जगह बिल्डर ने सुरक्षा के लिहाज से जरूरी कोई कदम नहीं उठाया। बिल्डर की जिम्मेदारी तय करके यह सुनिश्चित किया जाए कि जितनी खामियां हैं, उनको समय से दूर किया जाए। फॉउंडेशन ने आगे लिखा है, किसी भी सोसाइटी का हैंडओवर होने से पहले फायर एनओसी की फिर से जांच की जाए। जो उपकरण नहीं हैं, उनकी उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इसके लिए बिल्डर की जिम्मेदारी तय हो।
हाई राइज सोसाइटी के लिए अत्याधुनिक फायर टेंडर और हेलीकॉप्टर जरूरी
साथ ही संगठन ने फायर विभाग की मजबूरी भी गिनाई है। लिखे पत्र में संगठन ने कहा है, नोएडा में 12 फ्लोर से ऊपर के लिए फायर टेंडर की व्यवस्था नहीं है। इससे निपटने के लिए सही फायर टेंडर और हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराकर सुरक्षा का इंतजाम किया जा सकता है। लखनऊ में 25 मंजिल तक आग बुझाने वाला फायर टेंडर है। इसे जर्मनी से मंगाया है। नोएडा की हाई राइज सोसाइटी के लिए यह बेहद कारगर साबित होगा। ऐसा फायर टेंडर नोएडा में उपलब्ध कराया जाए। संगठन ने डीजीपी फायर सर्विसेज से इन सभी मुद्दों पर संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करने की अपील की है। ताकि जान-माल को हानि से बचाया जा सके।