महिलाओं के लिए सुरक्षित बन रहा शहर, पुलिस ने 699 हॉटस्पॉट पहचाने, लग रहे हैं कैमरे

बदलता नोएडा : महिलाओं के लिए सुरक्षित बन रहा शहर, पुलिस ने 699 हॉटस्पॉट पहचाने, लग रहे हैं कैमरे

महिलाओं के लिए सुरक्षित बन रहा शहर, पुलिस ने 699 हॉटस्पॉट पहचाने, लग रहे हैं कैमरे

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

Noida News : केंद्र सरकार के 'सेफ सिटी' प्रोजेक्ट के तहत नोएडा शहर में महिलाओं की सुरक्षा को पुख्ता किया जा रहा है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट (Gautam Buddh Nagar Police Commissionerate) ने 699 ऐसे स्थान चिन्हित किए हैं, जहां महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े इंतजाम पुख्ता करने जरूरी है। इन्हें हॉटस्पॉट कहा गया है। अब इन सारी जगहों पर सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ताकि घर-दफ्तर या घर से बाजार आवागमन करते हुए महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करें। पुलिस लगभग 300 स्थानों पर पैन-टिल्ट-जूम कैमरे और 450 हॉटस्पॉट पर लगभग 1,300 फिक्स्ड कैमरे लगवा रही है।

अब तीसरी आंख से नहीं बच पाएंगे अपराधी
किसी आपराधिक वारदात में आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए अत्याधुनिक फेस रिकॉगनिशन कैमरे, वाहनों की नंबर प्लेट को पहचानने वाले कैमरे और इस तरह की अन्य विश्लेषणात्मक विशेषताओं वाले कैमरे लगाए जा रहे हैं। सरकार की 'सेफ सिटी' योजना के तहत पुलिस ने नोएडा के लिए महिलाओं को एक सुरक्षित जगह बनाने के लिए काम शुरू किया हैं। निगरानी बढ़ाने के लिए शहर में 699 हॉटस्पॉट की पहचान की है। प्रारंभिक चरण में हॉटस्पॉट की पहचान और कैमरों का इंस्टॉलेशन चल रहा है। यह योजना कई चरणों में पूरी होगी। प्रशासनिक एजेंसियों और पुलिस के संयुक्त प्रयासों यह काम बहुत तेजी से चल रहा है।

पहले चरण में 1650 कैमरे लग रहे हैं
सेफ सिटी योजना के पहले चरण में पुलिस लगभग 300 पैन-टिल्ट-जूम (पीटीजेड) कैमरे और 450 अन्य चिन्हित हॉटस्पॉट पर लगभग 1,300 फिक्स्ड कैमरे लगवा रही है। यह कैमरे क्षेत्रों की निगरानी में मदद करेंगे। पुलिस को महिलाओं से छेड़छाड़ और उत्पीड़न या अन्य घटनाओं की जांच करने में मदद करेंगे। आपराधिक घटनाओं को रोकने में पुलिस को सहूलियत मिलेगी। किसी वारदात के बाद आरोपियों को जल्दी से जल्दी पकड़ने में मदद होगी। इतना ही नहीं पुलिस अपराधियों के खिलाफ अदालत में ठोस साक्ष्य रख पाएगी। किसी आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए अत्याधुनिक फेस रिकॉग्निशन के कैमरे बेहद कामयाब हैं। इसी तरह वाहन की नंबर प्लेट की पहचान करने वाले कैमरे पुलिस का काम बेहद आसान कर देंगे।

ड्रोन, मोबाइल वैन और एसयूवी भी मिलेंगी
इस योजना के तहत नोएडा पुलिस को ड्रोन, मोबाइल वैन, पिंक बूथ और एसयूवी मिलेंगे। इन सभी को मंजूरी दे दी गई है। सार्वजनिक परिवहन में उपयोग हो रहीं 300 से अधिक बसों में वेब कैमरा लगाने का प्रस्ताव किया गया है। पुलिस इन सब कैमरों पर नजर रखने के लिए एक छोटा एकीकृत नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने बजट में घोषणा की थी कि 'सेफ सिटी' योजना पर 150 करोड़ रुपये खर्च करेगी। नोएडा यह योजना लागू करने की दिशा में आगे बढ़ने वाले देश के पहले प्रमुख शहरों में से एक बन गया है।

पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार ने भेजा था प्रस्ताव
सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत नोएडा को शामिल करने के लिए पुलिस आयुक्त आलोक कुमार सिंह ने प्रस्ताव सरकार को भेजा था। पुलिस कमिश्नर ने कहा, "गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम की शुरूआत होते ही सेफ सिटी प्रोजेक्ट में गौतमबुद्ध नगर को शामिल करने के लिए प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया था। राज्य सरकार ने इसे तत्काल मंजूरी दे दी थी और केंद्र सरकार को भेज दिया था। अब केंद्र सरकार की ओर से बजट भेज दिया गया है। करीब 150 करोड रुपए के बजट से यह विशेष योजना मूर्त रूप ले रही है। इसके बाद शहर में महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करेंगी। अपराधियों को पकड़ना और उन्हें सजा दिलाना आसान हो जाएगा।"

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