Noida News : नोएडा पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। थाना सेक्टर-39 पुलिस ने ऑनलाइन गेम फ्रॉड करने वाले गिराेह का मुख्य सरगना सचिन सोनी को पुलिस ने दबोच लिया है। आरोपी सचिन विदेश भागने के फिराक में था। जिसे नोएडा पुलिस की टीम ने झांसी से गिरफ्तार किया है। आरोपी को पुलिस नोएडा लेकर आ गई है। जहां उससे पुलिस की टीमों ने करीब 8 घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ में सचिन ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी है। आरोपी देश में बेरोजगार लड़कों की सप्लाई करता था। इस ऐप के पाकिस्तान से भी तार जुड़े हुए मिले है। गैंग को लेकर आने वाले दिनों में पुलिस बड़ा खुलासा कर सकती है।
बैंक खातों की जांच
एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि महादेव एप फ्रॉड गिरोह के ठगों ने देशभर के लोगों से 450 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की है। नोएडा पुलिस लगातार गिरोह के इस्तेमाल किए गए बैंक खातों की जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस को हाल में गैंग के चार और बैंक खातों के बारे में पता चला है। इसमें 73 करोड़ के लेनदेन का खुलासा हुआ है। इन खातों में मिले 37 लाख रुपये जब्त कर दिए गए हैं। इससे पहले मंगलवार तक आरोपियों के 22 खातों में 405 करोड़ रुपये के लेनदेन का पता चला था। मंगलवार को ही 1.84 करोड़ जब्त कराए गए थे। अब तक गिरोह के 478 करोड़ रुपये की जानकारी मिली है।
हर महीने 300 करोड़ रुपए की कमाई
एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि इस ऐप का मास्टरमाइंड दुबई में बैठकर सौरभ चंद्राकर है। हर महीने सौरभ महादेवा बुक ऐप से 300 करोड़ रुपए की कमाई करता है। दुबई के अलावा नेपाल और थाईलैंड में बैठे अन्य आरोपी भी इस गेम को चल कर लोगों से ठगी कर रहे हैं। इस खेल में लाए गए अन्य फर्जी बैंक खातों की जानकारी हासिल की जा रही है। इस खेल का नेटवर्क, नेपाल बांग्लादेश श्रीलंका समेत 11 देशों में फैला हुआ है। अन्य आरोपियों को जल्द पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है। जल्द उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
क्या है मामला
डी 309 के सेक्टर-108 में फर्जी ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड का संचालन पिछले करीब 1 महीने से हो रहा था। इसकी भनक नोएडा पुलिस को लगी। मंगलवार को एसीपी के नेतृत्व में छापेमारी करके 16 लोगों को मौके से गिरफ्तार किया गया है। इसमें से अधिकतर लोग उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। यह आरोपी महादेव बुक एप्प के जरिए लोगों को अपने झांसे में लाकर लाखों रुपए की ठगी करते थे। साथ ही सोशल मीडिया के जरिए लोगों से संपर्क करके गेम खेल के पैसे कमाने का झांसा देते थे। इस ऐप का मुख्य सरगना दुबई में बैठकर ऑपरेट करता है। जिसे पुलिस जल्द गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।
हारे हुए कस्टमर का करते थे पैसा डबल
गेम की शुरुआत 500 रुपए से शुरू होती थी। गेम में हारे हुए कस्टमर को जीता हुआ दिखाकर उनको पैसे डबल कर के भेज दिया जाता था। इस वजह से लोग इनके झांसे में आने लगे और गेम में लाखों रुपए लगाने लगे। गेम में अगर अमाउंट एक लाख से अधिक हो जाता था तो यह लोग खेल रहे कस्टमर का अकाउंट ब्लॉक कर के पैसे को ट्रांजैक्शन कर लिया करते थे।