Tricity Today | 30 प्राइवेट स्कूलों के सैकड़ों अभिभावकों का साइलेंट प्रोटेस्ट
रविवार की दोपहर नोएडा स्टेडियम में गौतमबुद्ध नगर पेरेंट्स वेलफेयर सोसाइटी ने प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ प्रदर्शन किया है। सोसायटी का आरोप है कि पूरी फीस मांगी जा रही है। पूरी फीस के अभाव में उनके बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं बंद कर दी हैं। अभिभावकों ने शांतिपूर्ण और कोविड के नियमों का पालन करते हुए पहला बड़ा साइलेंट प्रोटेस्ट एक सभा के रूप में किया। इस सभा मे 30 से ज्यादा स्कूलों के अभिभावकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया है।
अभिभावकों ने कहा कि स्कूलों ने विद्यार्थियों की परीक्षा की तिथि की घोषणा करनी शुरू कर दी है। साथ में अभिभावकों को पूरी फीस जमा नहीं होने पर विद्यार्थियों को परीक्षा में सम्मिलित नहीं करने की चेतावनी भी देने लगे हैं। कुछ स्कूल अभी से ही उनकी ऑनलाइन कक्षाएं बन्द कर रहे हैं। जिससे अभिभावकों के मन में बच्चों के भविष्य को लेकर भय पैदा हो गया है। जीपीडब्ल्यूएस के संस्थापक मनोज कटारिया ने बताया कि कोविड के समय में काफी अभिभावकों की नौकरियां चली गई या उनकी सैलरी मे कटौती की गई है। लोगों के व्यापार बन्द रहे हैं। व्यापार पूर्ण रूप से संचालित नहीं हुए हैं। कुछ स्कूल अभिभावकों के पास बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए बैंक में रखी धनराशि को देखकर कह रहे हैं कि आपके पास स्कूल की फीस देने के लिए पैसा है। आपको कोई छूट नहीं मिलेगी। ऐसे में अभिभावक सरकार से अपेक्षा कर रहा है कि आसपास के दूसरे राज्यों की सरकार ने विद्यार्थियों की फीस में छूट दी हुई है तो उत्तर प्रदेश सरकार यहां खामोश क्यों है।
अध्यक्ष कपिल शर्मा और महासचिव पुनीष गुलाटी ने कहा कि जिले के आठ-दस स्कूल को छोड़कर सभी स्कूल फीस वसूलने के लिए सरकार के आदेश का पालन करने की बात कहते हैं, परन्तु फीस रेग्युलेशन एक्ट 2018 में टीचर की सैलरी की बढ़ोतरी का प्रतिशत अपनी वेबसाइट पर डालने की बात आती है तो स्कूल खामोश हो जाता है। क्योंकि बच्चों की फीस को निर्धारण करने में टीचर की सैलरी में बढ़ोतरी अहम है। पिछले दो सालों में इसी एक्ट का ठीक से पालन नहीं करने के कारण 70 से भी ज्यादा स्कूलों पर लाखों का आर्थिक दण्ड लगा है। संगठन सचिव एस बेदी, मधु सिंह और शेखर ने सभी अभिभावकों को पहले थर्मल स्क्रीन से उनका टेम्परेचर लिया। सैनीटाइजेशन किया गया। साथ में मास्क पहने रखने की गुजारिश की।
सभा का संचालन संगठन सचिव सचिन शर्मा ने किया। सभा में मुख्य वक्ताओं में सुखपाल सिंह तूर, अभीष्ट, कुसुम गुप्ता, पल्लवी राय, गीता विद्यार्थी, योगेश भागौर, अमित ऋषि, चणजीत सिंह, रणधीर सिंह, संतोष सिंह और नरेश रावत आदि थे।