एसटीएफ ने तीन चीनी नागरिक पकड़े, जानिए कैसे कम्पनी डाटा, आधार, पेटीएम और बिटकॉइन के जरिए खेला बड़ा खेल

Noida : एसटीएफ ने तीन चीनी नागरिक पकड़े, जानिए कैसे कम्पनी डाटा, आधार, पेटीएम और बिटकॉइन के जरिए खेला बड़ा खेल

एसटीएफ ने तीन चीनी नागरिक पकड़े, जानिए कैसे कम्पनी डाटा, आधार, पेटीएम और बिटकॉइन के जरिए खेला बड़ा खेल

Tricity Today | गिरफ्तार किये चीनी नागरिक एसटीएफ

Noida News : नोएडा और ग्रेटर नोएडा में अवैध रूप से रहकर वापस लौट रहे चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी पिछले महीन बिहार के सीतामढ़ी में नेपाल सीमा पर हुई थी। उसके बाद से यह जासूसी कांड परत दर परत खुलता ही जा रहा है। अब नोएडा एसटीएफ ने शनिवार को हवाला कारोबार से जुड़े तीन चीनी नागरिक गिरफ्तार किए हैं। खास बात यह है कि इनके पास से आधार कार्ड बरामद हुए हैं। ये तीनों चीनी 11 जून को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किए गए लू लैंग और यू हेलेंग के करीबी हैं। इस गैंग को रवि कुमार नटवरलाल ऑपरेट करता है।

एसटीएफ ने इन तीन चीनी नागरिकों को पकड़ा
यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने शनिवार की दोपहर तीन चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये तीनों मनी लांड्रिंग कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार किए गए चीनी नागरिक फर्जी कंपनियां बनाकर पैसों का हेरफेर कर रहे थे। अपनी पहचान छिपाकर और जाली दस्तावेजों के आधार पर पूर्वोत्तर भारत के नागरिक बने हुए थे। इन तीनों आरोपियों की पहचान चेन जुफेंग, ल्यू पेनफी और हेंग क्यूचाओ के रूप में हुई है। तीनों वीजा खत्म होने के बावजूद अवैध रूप से रह रहे थे। इनसे हुई पूछताछ में एसटीएफ को पता चला है कि यह लोग पांच फर्जी कंपनियां चला रहे थे।

नोएडा और दिल्ली से मिले एफटीएफ को सुराग
दिल्ली पुलिस ने चीनी ठगों के एक गैंग का भंडाफोड़ किया था। तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। दूसरी तरफ नोएडा पुलिस ने बड़े चीनी गैंग को पकड़ा था। पुलिस के मुताबिक यह दोनों गैंग भारतीय नागरिकों का डेटा बेचते हैं। बदले में कंपनियों से पैसा लेते थे। फिर इस अवैध पैसे को हवाला के जरिए अपने घर भेजते हैं। इतना ही नहीं भारतीयों के डाटा का दुरुपयोग करके आईपी एड्रेस ट्रैक करते हैं। उसके बाद साइबर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते हैं।

बैंक खातों में दर्ज मोबाइल नंबरों से आगे बढ़ी पुलिस
यूपी एफटीएफ के एक अधिकारी ने कहा, "हमने इससे आगे जांच शुरू की। इनके बैंक खातों से जुड़े मोबाइल नंबरों की सीडीआर हासिल की गईं। कॉल डिटेल के आधार पर संदिग्ध मोबाइल नंबरों से जुड़े अन्य बैंक खातों का पता लगाया। उनके लेन-देन की जांच की। पता चला कि जालसाजों ने मैसर्स टॉवियर अपैरल प्राइवेट लिमिटेड नोएडा नाम की कम्पनी के दस्तावेजों को ऑनलाइन डाउनलोड किया है। उन दस्तावेजों का उपयोग करके पेमेंट गेटवे लिया। कम्पनी के निदेशकों का नाम खुद से जोड़ने के लिए फर्जी आधार कार्ड बनाए। उसके बाद एग्रीगेटर पेटीएम पर ऑनलाइन निपटान खाते खोल लिए गए।

पैसा ट्रांसफर करने के लिए बिटकॉइन का उपयोग
चीनी गिरोह का पूरा नेटवर्क बड़े स्तर पर हवाला के कारोबार से जुड़ा है। एक महिला के अकाउंट में बिटकॉइन मिले थे। हवाला कारोबार से जुड़े पैसे की जानकारी पुलिस के हाथ लगी है। अभी जांच एजेंसियां हवाला कारोबार और बिटकॉइन करेंसी की और गहराई से जांच कर रही हैं।

अब तक पुलिस-एसटीएफ ने 17 लोग पकड़े
अभी तक गौतमबुद्ध नगर पुलिस और यूपी एफटीएफ इस गैंग के 17 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें 10 चीनी नागरिक शामिल हैं। शुरुआत बिहार के सीतामढ़ी में 11 जून को हुई, जब दो चीनी नागरिक लू लैंग और यू हेलेंग की गिरफ्तारी हुई। ये दोनों लोग बिना पासपोर्ट और वीजा के अवैध रूप से सीमा पार करने का प्रयास कर रहे थे। इसके बाद 13 जून को गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने ग्रेटर नोएडा से चीनी नागरिक सुफाई और उसकी भारतीय प्रेमिका पेटेख रेनुआ को गिरफ्तार किया था।

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