गौतमबुद्ध नगर में सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से सोमवार को इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस ऐप की शुरुआत हो गई है। इस ऐप को सफल बनाने के लिए परिवहन और पुलिस कर्मियों प्रशिक्षित किया गया। जिलाधिकारी सुहास एलवाई लंबे वक्त से इस ऐप के शुरू होने का इंतजार कर रहे थे। इस ऐप से न सिर्फ सड़क हादसों में कमी आएगी, बल्कि दुर्घटना के वक्त राहत-बचाव कार्य में भी तेजी आ सकेगी। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मी भी तुरंत पूरी जानकारी ऐप के जरिए संबंधित अधिकारी और विभाग को दे सकेंगे।
जिला सूचना विज्ञान अधिकारी पवन मंगल ने इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस ऐप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लॉन्च किए गये ऐप को जनपद में प्रभावी बनाने के लिए रोलआउट प्रबन्धक कृष्ण कुमार को प्रशिक्षण की जिम्मेदारी दी गई है। वह परिवहन एवं पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दे चुके हैं। इसमें ट्रांसपोर्ट विभाग और सभी थानों की पुलिस मौजूद रही। लांच किये गये ऐप के माध्यम से पुलिस कर्मी दुर्घटना से संबंधित फोटो-वीडियो तथा दूसरी महत्वपूर्ण जानकारी ऐप में अपलोड करेंगे।
अधिकारी ने बताया कि इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस ऐप योजना सड़क परिवहन एवं राज्य मार्ग मंत्रालय भारत सरकार की पहल है। इसको आईआईटी चेन्नई और एनआइसी ने मिलकर तैयार किया है। नोएडा सेक्टर-24 और सेक्टर-58 थाना पुलिस के कर्मियों को इस ऐप का ड्राई रन दिया जा चुका है। सोमवार को ड्राई रन के अवसर पर डीसीपी ट्रैफिक नोएडा-गणेश प्रसाद साहा, एआरटीओ प्रशान्त तिवारी, एसआईसीपी जय नारायण, ट्रैफिक इंस्पेक्टर रविन्द्र वशिष्ठ और दूसरे पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।