18 दिन में साढ़े चार हजार टन उठा मलबा, सामने आईं कई लापरवाही

Twin Tower Demolition : 18 दिन में साढ़े चार हजार टन उठा मलबा, सामने आईं कई लापरवाही

18 दिन में साढ़े चार हजार टन उठा मलबा, सामने आईं कई लापरवाही

Google Image | Twin Tower Demolition

Noida : उच्चतम न्यायालय के आदेश पर गिराए गए ट्विन टावर के मलबे से अब सेक्टर-80 स्थित कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन प्लांट में पेवर ब्लॉक टाइल्स बननी शुरू हो गई हैं। करीब 18 दिन में साढ़े चार हजार टन मलबा मौके से उठाकर प्लांट भेजा जा चुका है। मौके पर 80 हजार टन मलबा पड़ा हुआ है।

करीब एक महीने तक मलबा पड़ा रहा
नियमों की अनदेखी कर सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट सोसाइडी परिसर में बनाए गए ट्विन टावर 28 अगस्त 2022 को गिराए गए थे। दावे के तहत टावर ध्वस्तीकरण के 15 दिन बाद मौके से मलबा उठना शुरू होना था लेकिन करीब एक महीने तक मलबा पड़ा रहा। इसकी वजह यह रही कि सुपरटेक बिल्डर खुद से मलबा डलवाने की जमीन तलाश नहीं कर पाया है। इसके अलावा सेक्टर-80 स्थित प्लांट में मलबे की प्रोसेसिंग फीस भी देने को तैयार नहीं हुआ। प्रोसेसिंग फीस के रूप में करीब 46 लाख रुपये का भुगतान बिल्डर को नोएडा प्राधिकरण को करना था। ऐसे में मलबा उठाने को लेकर लगातार लापरवाही बरती गई। मलबा पड़े होने से आसपास एमरॉल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी में रहने वाले लोगों को भी दिक्कतें होनी शुरू हो गई।

28 सितंबर को प्राधिकरण कार्यालय में बैठक
इस मसले पर नोएडा प्राधिकरण ने 28 सितंबर को प्राधिकरण कार्यालय में बैठक की। बैठक में बिल्डर को फटकार लगाते हुए अगले दिन से मलबा उठाने के निर्देश दिए। बैठक में तय हुआ कि प्राधिकरण फिलहाल सेक्टर-80 प्लांट में मलबा डालने की अनुमति दे, बिल्डर से पैसा बाद में ले लिया जाएगा। इसके बाद 29 सितंबर से मौके से मलबा उठना शुरू हुआ। प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि अब तक करीब साढ़े चार हजार टन मलबा प्लांट पर पहुंच चुका है। रोजाना 8-10 ट्रक प्लांट में भेजे जा रहे हैं। प्लांट में टाइल्स आदि चीजें बनाई जा रही हैं। करीब 28 हजार टन मलबा प्लांट में जाना है। अभी ट्विन टावर का पूरा मलबा मशीन से नहीं तोड़ा जा सका है, वह प्रक्रिया भी मौके पर चल रही है। इस प्लांट में रोजाना 300 टन मलबे का निस्तारण हो सकता है।

2023 तक हटाया जाएगा मलबा
सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट सोसाइटी की आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष उदयभान सिंह तेवतिया ने बताया कि मलबा उठना शुरू होने से काफी राहत मिली है। पहले लगातार धूल उड़ने से परेशानी हो रही थी। प्राधिकरण के सुपरटेक बिल्डर और ट्विन टावर ध्वस्त करने वाली एडीफाइस से हुए करार के तहत 30 नवंबर 2022 तक मौके से पूरा मलबा उठाना होगा। लेकिन अभी तक मौके पर करीब 76 हजार टन मलबा पड़ा हुआ है। इसमें करीब 4 हजार टन स्टील है। ऐसे में पूरा मलबा हटाने में जनवरी 2023 तक का समय लगेगा। 28 हजार टन मलबा उठने के अलावा ट्विन टावर के बेसमेंट में भी सबसे आखिर में मलबा भरा जाएगा। इसमें करीब 30 हजार टन मलबा आ जाएगा। इसके अलावा सुपरटेक बिल्डर भी मलबे के लिए दूसरी जगह तलाश रहा है।

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