नोएडा के गांवों पर बाढ़ का खतरा, लगातार बारिश से बढ़ा यमुना का जलस्तर

Noida News : नोएडा के गांवों पर बाढ़ का खतरा, लगातार बारिश से बढ़ा यमुना का जलस्तर

नोएडा के गांवों पर बाढ़ का खतरा, लगातार बारिश से बढ़ा यमुना का जलस्तर

Tricity Today | यमुना का जलस्तर बढ़ा

Noida News : पहाड़ों के साथ मैदानी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। इससे यमुना का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है और इसके किनारे बसे नोएडा के गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने आसपास के गांवों को अर्लट कर दिया है। सदर तहसील के छह गांवों पर विशेष नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया है। जिला स्तर पर 11 और ब्लॉक स्तर पर 22 रैपिड एक्शन टीमें गठित की गई हैं। संबंधित एसडीएम को प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर निगरानी रखने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

17 बाढ़ चौकियां बनाई गई 
हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण यमुना के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि देखी जा रही है। जिला प्रशासन के अफसरों का कहना है कि अगर यमुना का जलस्तर बढ़ा तो सदर और जेवर तहसील के 10 से अधिक गांव ज्यादा प्रभावित होंगे। सबसे अधिक सदर तहसील के सफीपुर, मोमनाथल, तिलवाड़ा, मोतीपुर, लतीफपुर और मकनपुर गांव में बाढ़ खतरा है। यहां विशेष नजर रखी जा रही है। 17 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं और उन पर अफसरों की तैनाती कर दी है।

56 कर्मचारियों और 10 अधिकारियों की तैनाती की गई है
इसके अलावा जेवर में जनता इंटर कॉलेज, प्राइमरी स्कूल मेवला गोपालगढ़, प्राइमरी स्कूल झुप्पा, शिव मंदिर भाईपुर ब्रह्मनान में बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। तहसील परिसर में कंट्रोल रूम बनाया गया है। बाढ़ चौकियां से कानीगढ़ी, सिरसा माचीपुर बांगर व खादर, रामपुर बांगर, रामपुर खादर, जेवर बांगर, जेवर खादर, मेवला गोपालगढ़, गोविंदगढ़, कर्रालि बांगर, कर्रालि खादर, छातंगा खुर्द समेत 24 गांवों पर नजर रख जा रही है। बाढ़ चौकियों पर 56 कर्मचारियों और 10 अधिकारियों की तैनाती की गई है।

अपर जिलाधिकारी अतुल कुमार ने दी जानकारी  
अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अतुल कुमार ने बताया कि बाढ़ चौकी बनाने के साथ ही रैपिड एक्शन टीम गठित की गई है। सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमण करेंगे। यमुना के जलस्तर पर भी नजर रखी जा रही है, हालांकि अभी जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है। 

दिल्ली का पुराना लोहे का पुल भी बंद 
पुराना लोहे का पुल बंद होने से पुरानी दिल्ली से चलने वाली 52 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुईं। इनमें से 21 निरस्त रहीं तो 31 परिवर्तित रूट से चलीं। इससे दिल्ली आसपास के लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा। दिल्ली से खुर्जा, शामली, बरेली, सहारनपुर, गाजियाबाद, पलवल, दनकौर समेत अन्य जगहों पर आने-जाने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

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