अब नोएडा स्टेडियम से भी निकलेंगे उसैन बोल्ट, तैयार होगा सिंथेटिक एथलीट ट्रैक

अच्छी खबर : अब नोएडा स्टेडियम से भी निकलेंगे उसैन बोल्ट, तैयार होगा सिंथेटिक एथलीट ट्रैक

अब नोएडा स्टेडियम से भी निकलेंगे उसैन बोल्ट, तैयार होगा सिंथेटिक एथलीट ट्रैक

Google Image | Usain Bolt (File Photo)

Noida News : आप लोग अंतरराष्ट्रीय स्प्रींटर उसेन बोल्ट और अंतरराष्ट्रीय जिमनास्ट दीपा करमकर को तो आप लोग जानते ही होंगे। क्योंकि ये दोनों खिलाड़ी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। लेकिन, हम यहां आपको बताने जा रहे हैं कि अब आपके और हमारे बच्चे भी अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपनी चमक बिखेर सकेंगे और देश का नाम रोशन कर सकेंगे। इस सपने को साकार करने के लिए नोएडा स्टेडियम में सिंथेटिक एथलीट ट्रैक और एथलेटिक ग्राउंड का निर्माण होने जा रहा है। अब खिलाड़ियों को सिंथेटिक एथलीट ट्रैक पर अभ्यास करने का मौका मिलेगा, जिससे वे अपनी खेल प्रतिभा को निखारकर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर का बना सकेंगे। खास बात यह है कि इस सिंथेटिक ट्रैक का डिजाइन विश्व एथलेटिक्स संघ के मापदंडों पर आधारित है, जिसे स्पोटर्स अथार्टी ऑफ इंडिया के सहयोग से तैयार किया जाएगा। इसके अलावा स्टेडियम में जिमनास्टिक हॉल और एक एक्वेटिक स्टेडियम भी मिलने जा रहे हैं।

सीईओ लोकेश एम. ने दिखाई दिलचस्पी
आठ अगस्त को नोएडा प्राधिकरण के नवनियुक्त सीईओ लोकेश एम. ने सेक्टर-21 ए स्थित नोएडा स्टेडियम का दौरा कर यहां होने वाली खेल गतिविधियों की जानकारी ली। अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करते हुए रामलीला मैदान के सामने स्थित खाली भूमि एवं आसपास की अतिरिक्त रोड को मिलाते हुए सिंथेटिक रनिंग ट्रैक और एथलेटिक ग्राउंड तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही स्पोटर्स अथार्टी ऑफ इंडिया के तकनीकी सहयोग से सिंथेटिक रनिंग ट्रेक विकसित करने के लिए उनसे संपर्क करने को कहा है। इसके अलावा शूटिंग रेंज के ऊपर पहली मंजिल पर जिमनास्टिक हॉल तैयार कराने को लेकर भी निर्देश दिए हैं। 

अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्वीमिंग पूल भी
शहर के तैराकों को आने वाले दिनों में दिल्ली और आसपास के शहरों में प्रशिक्षण व अभ्यास के लिए दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। सेक्टर-21 ए स्थित नोएडा स्टेडियम में एक्वेटिक स्टेडियम तैयार किया जाएगा। पूर्व में इसके लिए गोल्फ रेंज के पास जगह चिह्नित की गई थी। बताया जा रहा है कि निर्माण करने वाली कंपनी ही इसका संचालन व रखरखाव करेगी, जिससे वह निर्माण लागत निकाल सके। निर्माण के बाद परियोजना प्राधिकरण को हैंडओवर की जाएगी। 

वर्क सर्किल दो को दी जिम्मेदारी
वर्क सर्किल दो विजय कुमार रावल ने बताया कि जल्द ही इसका निर्माण करने के लिए कंसलटेंट कंपनी का चयन किया जाएगा। दो कंपनियों से बातचीत की जा रही है। यह काम वर्क सर्किल को आगामी बोर्ड से पहले पूरा करने की तैयारी है। ताकि बोर्ड में इस परियोजना को अनुमोदित कराया जा सके। उन्होंने बताया कि निर्माण के बाद परियोजना प्राधिकरण को हैंडओवर होगी, संचालन के लिए यहां पर कुशल अंतरराष्ट्रीय कोच भी रखे जाएंगे, जिनसे जल्द ही प्राधिकरण बातचीत करेगा। हालांकि, अभी भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के प्रतिनिधियों से संपर्क साधा गया है।

एथलेटिक्स ट्रैक कितने मीटर
ओलंपिक खेल में सबसे अधिक ध्यान आकर्षित करने वाली स्पर्धा की बात करें तो, इसमें स्प्रिंट में 100 मीटर, 200 मीटर और 400 मीटर की दूरी होती है। सभी की निगाहें फिनिश लाइन पर टिकी होती हैं। इसमें अलग-अलग लेन में आठ धावक स्टार्टिंग गन की आवाज़ सुनाई देने के बाद फिनिश लाइन तक दौड़ते हैं।

सिंथेटिक रनिंग ट्रैक
ट्रैक की सतह अभेद्य है और एक बहु-स्तरित अनुप्रयोग में स्थापित है। आधार परतों में दो-घटक पॉलीयुरेथेन और पुनर्नवीनीकरण रबर शामिल हैं। शीर्ष परत ईपीडीएम कणिकाओं के साथ दो-घटक पॉलीयूरेथेन की प्रवाह-लागू परत हैं।

एथलेटिक्स में कौन-कौन से खेल
एथलेटिक्स खेलों का एक संग्रह है, जिसमें दौड़ना, फेंकना, कूदना और चलना जैसी प्रतियोगिताएं शामिल हैं। सबसे आम प्रकार की एथलेटिक प्रतियोगिताओं में ट्रैक और फील्ड, रोड रनिंग, क्रॉस कंट्री रनिंग और रेस वॉकिंग शामिल हैं।

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