हाईराइज सोसाइटी की लिफ्ट में फंसा मरीज, टला बड़ा हादसा

नोएडा की बड़ी समस्या : हाईराइज सोसाइटी की लिफ्ट में फंसा मरीज, टला बड़ा हादसा

हाईराइज सोसाइटी की लिफ्ट में फंसा मरीज, टला बड़ा हादसा

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Noida News : नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सैकड़ों ग्रुप हाउसिंग सोसाइटीज में समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अक्सर यहां के निवासी किसी ना किसी समस्याओं को लेकर परेशान रहते हैं। हाल में सबसे बड़ी परेशानी लिफ्ट को लेकर बढ़ गई है। सोसाइटी में हर रोज लिफ्ट खराब हो रही है। ताजी घटना सेक्टर-78 स्थित हाइड पार्क सोसाइटी की है। जहां एक बुजुर्ग करीब 20 मिनट तक लिफ्ट में फंसे रहे। दूसरी तरफ यूपी सदन में विधायक पंकज सिंह और धीरेंद्र सिंह ने लिफ्ट एक्ट को लागू करने के लिए मांग उठाई है।

इमरजेंसी बटन फेल
बुजुर्ग के बेटे ने आशुतोष गर्ग ने बताया पिता पर्किंसन और अस्थमा के मरीज हैं। शाम को करीब 6 बजे लिफ्ट में फंसने के दौरान कई बार इमरजेंसी बटन को दबाया गया लेकिन सही समय पर मदद नहीं मिली। निवासियों की मदद से बड़ी मुश्किल से इन्हें बाहर निकाला गया। लिफ्ट में कुल चार लोग सवार थे। पिता की व्हील चेयर चलाने वाला कर्मी भी उनके साथ था। इस घटना के बाद सोसाइटी के लोगों में रोष है।

जिम्मेदार कौन?
सोसायटी के लोगों ने बताया कि यहां पर हर रोज किसी न किसी टावर में लिफ्ट खराब हो जाती है। इसकी सूचना और शिकायत कई बार मेंटेनेंस डिपार्टमेंट को दी गई है लेकिन उनके तरफ से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अगर कोई बड़ा हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। लोगों का कहना है कि वह अभी सेक्टर -137 की पारस टियरा की घटना को नहीं भूल पाए हैं। इस तरह की घटना बढ़ने के बाद सोसाइटी के लोग डरे हुए हैं।

नोएडा में कैसे लिफ्ट में हुई महिला की मौत
तीन अगस्त 2023 को पारस टिएरा हाउसिंग सोसाइटी के टॉवर नंबर 24 में रहने वाली 70 वर्षीय महिला सुशीला देवी गुरुवार की शाम किसी काम से नीचे जा रही थीं। सुशीला देवी अपने बेटे और बहू के साथ यहां सोसाइटी में रहती थीं। लोगों ने बताया कि अचानक लिफ़्ट का तार टूट गया, जिससे तेज झटका लगा। लिफ़्ट बीच की मंज़िल पर आकर अटक गई। किसी तरह लोगों को इस हादसे की जानकारी मिली तो मेंटनेंस डिपार्टमेंट को सूचना दी गई। सुरक्षाकर्मी और मेंटीनेंस डिपार्टमेंट के कर्मचारी लिफ़्ट को खोलने में जुट गए। क़रीब 45 मिनट लिफ़्ट को खोलने में लग गए। इस दौरान सुशीला देवी की मौत हो चुकी थी।

हो रहे हैं हादसे लेकिन कोई जवाबदेह नहीं
नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद हाइराइज इमारतों वाले शहर हैं। इन शहरों की ज्यादातर आबादी इन इमारतों में रह रही है। लाखों लोगों को हर वक्त लिफ्ट के सहारे रहना पड़ता है। ऐसे में लगातार हो रहे हादसों से लोग डरे हुए हैं। पिछले दिनों बच्चों के लिफ्ट में फंसने की कई घटनाएं सामने आई हैं। यह घटनाएं लगातार हो रही हैं। परेशानी की असली वजह इनका प्रॉपर मेंटेनेंस नहीं होना है। दरअसल, सोसायटियों में लिफ्ट के रखरखाव की जिम्मेदारी किस पर है, लिफ्ट में हादसा हो तो उसे किसकी गलती मानी जाए और किस पर कार्रवाई की जाए, यह तय नहीं है। यह तभी संभव होगा जब लिफ्ट एक्ट बनेगा।

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