Tricity Today | वायरल फोटोज में भंगेल एलिवेटेड रोड का हाल
Noida News : भंगेल-सलारपुर रोड पर जाम को खत्म करने के लिए नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) ने भंगेल एलिवेटेड रोड (Bhangel elevated road) के निर्माण का काम शुरू किया था। जो अब बीरबल की खिचड़ी बन गया है। करीब 4 साल से बना रहे एलिवेटेड रोड का काम खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसे में वहां रह रहे लोगों के लिए मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। इसी बीच अब भंगेल एलिवेटेड रोड की कुछ तस्वीरें सामने आई है, जिन्हें देखकर आपके भी होश उड़ जाएंगे। जिसकी वजह रास्ते से गुजरने वाले लोग काम के चलते घंटों जाम में फंसे रहते हैं।
नोएडा अथॉरिटी की चार साल की मेहनत पर नजर डालिए, भंगेल एलिवेटेड रोड पर चल रहा काम, दिन रात लोग घंटों जाम से जूंझते है। बाकी सब आप तस्वीरों में देख सकते हैं। #noidapic.twitter.com/BUrcnLAdmX
घंटों जाम में फंसे रहते हैं लोग, चार साल में कोई समाधान नहीं
आपको बता दें कि नोएडा से ग्रेटर नोएडा जाने के लिए लोग दादरी रोड से होकर गुजरना पड़ता है। दूसरा नोएडा एक्सप्रेसवे से जाया जाता है। ऐसे में जो लोग नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच रहते हैं, वह दादरी मेन रोड का उपयोग करते हैं। भंगेल एलिवेटेड रोड के बनने की वजह से लोग महर्षि होकर गुजरते हैं। पीक आर्स में घंटो जाम लगा रहता है। वहीं, भंगेल सलारपुर की मार्केट की वजह से भी लोग जाम से जुंजते हैं। ऐसे में जाम का एक कुछ तस्वीरें सामने आई है जो आम जनता की परेशानी बयां कर रही है। अब यह बताया जा रहा है कि भंगेल और नाले के बीच वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। ऐसे में वाहनों को वैकल्पिक रास्तों से निकाला जाएगा। इसके लिए नोएडा पुलिस ने डायवर्सन की तैयारी कर ली है।
सोशल मीडिया पर लोगों का फूटा गुस्सा
सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर में एक यूजर्स विक्रांत सिंह कहते हैं कि वह सब तो ठीक है लेकिन जहां काम चल रहा है। वहां लोगों का हुजूम मौत को दावत पर बुलाने से कम नहीं है। कहीं कोई सेफ़्टी नहीं है। दूसरे यूजर्स लोकेश चौहान कहते हैं कि गवर्नमेंट इलेक्शन में बिजी बिजी है कोई आम इंसान की परेशानी नहीं समझने वाला है। सांसद और विधायक को अगले इलेक्शन में यह याद आएगा। नोएडा अथॉरिटी के ऑफिसर्स को कुछ फर्क नहीं पड़ता कोई रिव्यू सिस्टम नहीं है। भाजपा की नकारा सरकार में यही हाल हो रहा है। चारों तरफ धूल ही धूल उड़ती है, लेकिन नकारा सरकार और भृष्टाचार कमीशनखोरी और रिश्वखोरी के चलते यह सब समस्याएं जनता को सहन करनी पड़ रही है और जनता कुछ भी नहीं कर पा रही हैं। अगर कुछ करना चाहती है तो इस गूंगी बहरी सरकार में कोई सुनवाई नहीं है। एक यूजर सुबोध लिखते रहते हैं कि लग रहा है अथॉरिटी इसे बनाना ही नहीं चाहती या फिर 200 करोड़ रुपए और चाहती है। वहीं, शिवंकित शर्मा यूपी की शान नोएडा लिखते है।
आठ जून 2020 को शुरू हुआ था काम
एलिवेटेड रोड की लागत को लेकर उपजे विवाद के कारण इसका काम सात महीने तक बंद पड़ा था। अधिकारियों का दावा है कि अब इसका काम तेजी से चल रहा है। एलिवेटेड रोड के बनने से भंगेल-सलारपुर का जाम खत्म हो जाएगा। आपको बता दें कि इस एलिवेटेड रोड का निर्माण आठ जून 2020 को शुरू हुआ था। प्रस्तावित प्लान के तहत एलिवेटेड रोड का काम सात दिसंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाना चाहिए था। लेकिन, इस एलिवेटेड रोड के काम शुरू होने के चार साल बाद भी 70 प्रतिशत ही काम पूरा हो पाया है।
समय के साथ-साथ बढ़ती चली गयी लागत
छलेरा से सेक्टर-82 तक जाम को खत्म करने के लिए भंगेल एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य शुरू किया था। इसका निर्माण उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम करवा रहा है। नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में एलिवेटेड रोड की लागत बढ़ाए जाने पर सहमति दी गई थी। इसको देखते हुए प्राधिकरण स्तर पर एक समिति गठित कर नए सिरे से लागत तय करने के निर्देश दिए गए। उसके बाद सेतु निगम और प्राधिकरण अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें लागत पर सहमति नहीं बन सकी। ऐसे में प्राधिकरण के सीईओ ने बजट को लेकर नए सिरे से प्रस्तुतीकरण रिपोर्ट देने को कहा था। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि एलिवेटेड रोड के काम के लिए किए गए कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, स्टील की कीमत 77 करोड़ रुपए बढ़ रही है। इसके अलावा 20 करोड़ रुपए सीमेंट और दूसरी सामग्री की बढ़ी है। सामान की मात्रा बढ़ने पर इसकी लागत 97 करोड़ 30 लाख रुपए बढ़ गई है। हलांकि इसके बाद अब सेतु निगम इसको बनाने में लगा हुआ है। पिलर बनाये जा चुके हैं। सेतु निगम एलिवेटेड रोड के निर्माण को जल्द से जल्द पूरा करने में जुटा हुआ है। आपसी सहमति से अतिरिक्त 139 करोड़ रुपए लागत तय हुई है। इसके अलावा 30 करोड़ रुपए का भुगतान दो लूप बनाने के लिए किया जाएगा। पिछले साल तक एलिवेटेड सड़क की कुल लागत 468 करोड़ रुपए थी। इसके बाद रुका काम शुरू हुआ था। अब इस एलिवेटेड रोड की नई लागत 607 करोड़ 62 लाख रुपए तय की गई है।