Noida News : नोएडा में स्थित नैनीताल बैंक में 16 करोड़ 95 लाख रुपये का साइबर अटैक हुआ था। इस मामले में नोएडा पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। पुलिस ने इस ठगी मामले में मास्टरमाइंड और भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) का दादरी नगर अध्यक्ष हर्ष बंसल को दबोचा है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन इस घटना के बाद ग्रेटर नोएडा में नेताओं के होश उड़ गए। खासतौर पर भाजपा नेता हैरान हैं। पुलिस ने हर्ष बंसल के साथ उसके गाजियाबाद स्थित दफ्तर को सील कर दिया है। अब पुलिस उसके भाई सीए शुभम बंसल की तलाश में जुटी है।
30 करोड़ रुपये की ट्रांजेक्शन मिली
पुलिस ने बताया कि हर्ष बंसल और उसके भाई शुभम बंसल ने मिलकर 30 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय ट्रांजेक्शन की थी। यह गिरोह कालेधन को सफेद करने के साथ-साथ बैंकों से धोखाधड़ी करने में भी शामिल था। उन्होंने कई फर्जी कंपनियां बना रखी थीं और नैनीताल बैंक के आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) चैनल को हैक कर जून में 16 करोड़ 95 लाख रुपये की जालसाजी की।
भाजपा में हर्ष बंसल निभा रहा अहम भूमिका
बैंक ने इस मामले में जुलाई में केस दर्ज कराया था और मामले की जांच नोएडा साइबर क्राइम पुलिस द्वारा की जा रही है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि यह ठगी कालेधन को सफेद करने वाले एक बड़े गिरोह द्वारा की गई थी, जिसमें सीए और राजनीतिक नेताओं का गठजोड़ शामिल था। इस मामले में पहली गिरफ्तारी भाजयुमो के दादरी नगर अध्यक्ष हर्ष बंसल की हुई है, जिसे पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण 2023 में निकाय चुनाव के दौरान निष्कासित कर दिया गया था। हालांकि, निष्कासन पत्र अब तक जारी नहीं किया गया था।
पुलिस को मिली अहम जानकारी, शुभम एंड एसोसिएट सील
पुलिस ने बताया कि हर्ष और शुभम बंसल ने अपनी फर्जी फर्म "शुभम एंड एसोसिएट" के नाम से गाजियाबाद की लोहा मंडी में कई ट्रांजेक्शन की हैं। इस फर्म के खातों से 30 करोड़ रुपये से अधिक की ट्रांजेक्शन हुई हैं, जिनकी जांच की जा रही है। पुलिस ने इस फर्म के कार्यालय को भी सील कर दिया है और यहां पर कालेधन को सफेद करने के लिए बनाई गई अन्य फर्जी कंपनियों की जानकारी भी मिल रही है।
जल्द होगा पूरा खुलासा
पुलिस ने यह भी बताया कि हर्ष बंसल और उसके भाई ने नैनीताल बैंक से ठगी कर 99 लाख रुपये निकाले थे। शेष रकम भी अन्य फर्जी खातों के माध्यम से निकाली गई थी। इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश के लिए तीन टीमें लगी हुई हैं और जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।