नोएडा को जालसाजों और ठगों ने बदनाम कर रखा है। नौकरी के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। नोएडा पुलिस ने ऐसे ही जालसाजों का एक गैंग पकड़ा है। यह गैंग सरकारी स्कूलों में नौकरी लगवाने का झांसा देकर ठगी कर रहा था। इस गिरोह के तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गौतमबुद्ध नगर के अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) लव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका खुलासा किया। इन गिरफ्तार आरोपियों में से एक पूर्वी उत्तर प्रदेश से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुका है।
अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) लव कुमार ने बताया कि थाना सेक्टर-24 पुलिस ने एक सूचना के आधार पर मोरना बस स्टैंड के पास से डॉक्टर ब्रृजेश कुमार वर्मा, महेश पटेल और राजगीर उर्फ राजू को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इनके पास से 41,500 रुपये नकद, जाली दस्तावेज, मोबाइल फोन और डेस्कटॉप कंप्यूटर आदि बरामद किया गया है।
अपर आयुक्त ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चल कि वर्मा 2019 में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के टिकट पर मछली शहर जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ चुका है। उन्होंने बताया कि ये लोग अब तक करीब 250 लोगों से ठगी करके लगभग 50 लाख रुपये ऐंठ चुके हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस इस मामले में दो प्राधानाचार्यों समेत पांच अन्य लोगों को तलाश कर रही है जो फरार चल रहे हैं। अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) लव कुमार ने बताया कि जल्दी बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इन आरोपियों में लोकसभा का चुनाव लड़ने वाला बृजेश कुमार प्रतापगढ़ जिले में तेजउद्दीनपुर गांव का रहने वाला है। बृजेश ने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के टिकट पर मछली शहर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। उम्र 40 वर्ष है। बृजेश चश्मे की दुकान करता है। पत्नी प्राइवेट एएनएम है। आय के अन्य स्रोतों में चश्मे की दुकान भी उसने इलेक्शन कमिशन को दिए अपने हलफनामे में बताई थी। वह 12वीं तक उत्तर प्रदेश बोर्ड से पढ़ा है। उसके बाद रायबरेली के कृपालु इंस्टिट्यूट से ऑप्टोमेट्री में बैचलर डिग्री हासिल की है। इसी वजह से वह अपने नाम के साथ डॉक्टर लिखता है।