Noida News : गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के नोएडा सेक्टर-108 स्थित मुख्यालय में शुक्रवार को महामंथन हुआ। पुलिस आयुक्त आलोक कुमार सिंह ने जिले में लगातार बढ़ रहे ट्रैफिक को संभालने और साथ ही पुलिसकर्मियों की हेल्थ को दुरुस्त रखने की योजना देखी। डीसीपी ट्रैफिक ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट समेत पूरे जिले की मौजूदा ट्रैफिक व्यवस्था से जुड़ा प्रेजेंटेशन दिया। साथ ही आने वाले वक्त की चुनौतियों और उनसे निपटने की योजनाओं का खाका पेश किया है। इस मौके पर पुलिस कमिश्नर ने कहा, "ट्रैफिक सिस्टम के साथ ट्रैफिक पुलिस की हेल्थ पर भी गौर देने की जरूरत है।"
"बढ़ता ट्रैफिक संभालना पुलिस के लिए चुनौती"
पुलिस आयुक्त ने कहा, "गौतमबुद्ध नगर आर्थिक दृष्टि से उत्तर प्रदेश का अत्यंत महत्वपूर्ण जिला है। साथ ही राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का एक प्रमुख शहर है। दिल्ली और हरियाणा राज्यों और कई जनपदों की सीमा से जुड़ा है। यहां बड़ी संख्या में व्यवसायिक कार्यालय और बहुराष्ट्रीय कंपनियां हैं। आर्थिक गतिविधियों के कारण रोजाना बड़ी संख्या में वाहन गौतमबुद्ध नगर में आवागमन करते हैं। दिन-प्रतिदिन यहां वाहनों की संख्या बढ़ने के कारण यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ और सुचारू बनाए रखना पुलिस के लिए चुनौती है। हमें लगातार प्रयासरत रहना पड़ता है।"
सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या कैसे कम हो?
आयुक्त ने आगे कहा, "सड़क दुर्घटनाओं में प्रति वर्ष कमी लाने के उद्देश से समय-समय पर यातायात पुलिस जनपद में जागरूकता अभियान, बाइक रैली और अन्य कार्यक्रम आयोजित कर रही है। जिनके माध्यम से नागरिकों को यातायात नियमों से रूबरू कराया जा रहा है। यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर ऑनलाइन और ऑफलाइन चालान किए जा रहे हैं। वाहन सीज करके शमन शुल्क वसूला जा रहा है। इसके बावजूद प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग यातायात के नियमों का उल्लंघन करते हैं। यह जानलेवा स्थिति है। अगर नागरिक यातायात नियमों का पालन करें तो हादसों की संख्या बहुत कम हो सकती है। जिससे सड़क दुर्घटना से जुड़ी मृत्यु दर कम होगी।"
सरफेस पार्किंग से अवैध कब्जे हटाएगी पुलिस
शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय में पुलिस कमिश्नर, जॉइंट पुलिस कमिश्नर, एडिशनल पुलिस कमिश्नर, डीसीपी हेडक्वॉर्टर और डीसीपी ट्रैफिक की मौजूदगी में बैठक हुई। इस मीटिंग में डीसीपी ट्रैफिक ने गौतमबुद्ध नगर की मौजूदा यातायात व्यवस्था और भविष्य की यातायात व्यवस्था का खाका पेश किया। बताया कि किस प्रकार ट्रैफिक सिस्टम को अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाया जाए। प्रेजेंटेशन के बाद पुलिस कमिश्नर ने प्रमुख रूप से सरफेस पार्किंग को ढंग से चिन्हित करने और अधिकृत पार्किंग से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया है। पार्किंग पर अतिक्रमण से यातायात बाधित होता है और आमजन को समस्या होती है। ऐसे स्थानों पर व्यवस्था बनाए रखने का आदेश दिया है।
ट्रैफिक पुलिस वाले अपनी हेल्थ का ख्याल रखें
पुलिस कमिश्नर ने अधिकारियों से कहा, राजमार्गों पर चल रहे निर्माण के कारण यातायात व्यवस्था हो रही है। आमजन को इस परेशानी से बचाने के लिए कार्ययोजना बनाने का आदेश दिया है। सड़क दुर्घटनाओं का पिछले वर्षों के आंकड़ों का विश्लेषण करके कमी लाने की योजना बनाई जाएगी। पुलिस कमिश्नर ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें मास्क और ईयर मुफ़्लर उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। इन उपकरणों से ट्रैफिक पुलिसकर्मी वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण से काफी हद तक अपना बचाव कर सकते हैं। साथ ही ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने की कार्ययोजना तैयार करने का आदेश पुलिस आयुक्त आलोक कुमार सिंह ने दिया है। उन्होंने कहा, "ट्रैफिक पुलिसकर्मी दिनभर वाहनों के शोर और धुएं के बीच खड़े रहते हैं। जिससे उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ता है। सबसे ज्यादा सांस से जुड़ी परेशानियां ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारियों को झेलनी पड़ती हैं।"