Noida News : गौतमबुद्ध नगर पुलिस से मुठभेड़ के बाद बदमाश की मेडिकल रिपोर्ट बनाने के लिए पैसा मांगने के मामले में एक्शन शुरू हो गया है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी ने मामले में मजिस्ट्रियल इंक्वायरी का आदेश दे दिया है। आपको बता दें कि एक ऑडियो सामने आया है। जिसमें एक सब इंस्पेक्टर से बिसरख अस्पताल का तथाकथित फार्मेसिस्ट मुठभेड़ के बाद बदमाश की मेडिकल रिपोर्ट बनाने के नाम पर 25,000 मांग रहा है। दोनों के बीच करीब 5:10 मिनट की इस बातचीत में कई चौकाने वाली बातें हैं। आपको बता दें कि आपके पसंदीदा न्यूज़ पोर्टल TRICITY TODAY ने आज दोपहर यह समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया है।
क्या है पूरा मामला
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पिछले दिनों एनकाउंटर हुआ। पांव में गोली लगने से घायल बदमाश को लेकर पुलिस वाले बिसरख अस्पताल पहुंचे। वहां उसका मेडिकोलीगल होना था। मौके पर मौजूद फार्मासिस्ट ने सब इंस्पेक्टर से पैसे की मांग की। उसने सीधे तौर पर कहा कि डॉक्टर साहब ने 25 हजार रुपये मांगे हैं। अगर इतने पैसे नहीं देंगे तो डॉक्टर साहब अपने हिसाब से रिपोर्ट लिखेंगे। इंजरी पॉइंट पर ब्लैकनिंग है। इस पर पुलिस वाला ब्लैकनिंग से इंकार करता है। करीब 5 मिनट और 10 सेकेण्ड के इस ऑडियों में स्वास्थ्यकर्मी और पुलिसकर्मी के बीच पुराने मामलों और उस वक्त दिए गए पैसों का जिक्र, रिपोर्ट ठीक बनाने, डॉक्टर साहब के नहीं मानने और तमाम बातें हैं। इस बातचीत में किसी डॉक्टर गिरीश और उनकी पुरानी रिपोर्ट का जिक्र है। एसटीएफ के किसी बिगड़े केस पर चर्चा हो रही है। ब्लैकनिंग को लेकर स्वास्थ्यकर्मी कहता है कि आप लोग थोड़ा ध्यान दिया करो। थोड़ा तो चलता है लेकिन जब बहुत ज्यादा हो तो डॉक्टर क्या करेगा? अब सारे डॉक्टरों ने तय कर लिया है कि इस तरह की रिपोर्ट बनाने में 25 हजार रुपये से कम नहीं लेंगे। कुल मिलाकर यह अजीबोगरीब मामला सामने आने के बाद ना पुलिस महकमे बल्कि जिला प्रशासन और हेल्थ डिपार्टमेंट में हड़कंप मचा हुआ है।
एफआईआर और मजिस्ट्रियल इंक्वायरी के आदेश
इस मामले में गुरुवार की शाम गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से जानकारी दी गई है। बताया गया है कि मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे दिया गया है। यह एफआईआर बिसरख कोतवाली में दर्ज की जाएगी। जांच होगी और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कमिश्नरेट की ओर से डिपार्टमेंटल इंक्वायरी करवाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है। दूसरी और गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने मामले में मजिस्ट्रियल इंक्वायरी करवाने का आदेश दिया है।