Noida News : प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक शहर होने के बावजूद गौतमबुद्ध नगर के लोग अभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा से वंचित हैं। शहरवासी पब्लिक ट्रांसपोर्ट ना होने के कारण अपने वाहनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस कारण सुबह-शाम सड़कों पर जाम की समस्या बढ़ रही हैं। हालांकि, नोएडा अथॉरिटी ने सिटी बस सेवा की शुरुआत की थी। लेकिन वह सफल नहीं हो पाई। मेट्रो प्रोजेक्ट की फाइल इधर से उधर घूम रही है।अब एक बार फिर शहर को बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की तैयारी चल रही है। इस सिलसिले में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में आधुनिक सार्वजनिक परिवहन प्रणाली (न्यू एज मोबिलिटी सॉल्यूशन) विकसित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
सीईओ ने परिवहन के महत्व पर की चर्चा
इस कार्यशाला की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने की है। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ.लोकेश एम ने अपने नोट एड्रेस में नगरीय सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के महत्व पर जोर देते हुए नोएडा में आधुनिक मास ट्रांसपोर्ट विकल्पों को विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यशाला में तकनीकी प्रदाता कंपनियों, वित्तीय संस्थानों, सेवा प्रदाताओं, परिवहन योजनाकारों और विशेषज्ञों ने भाग लिया। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और जेवर एयरपोर्ट के लिए गतिशीलता सुधार पर अलग-अलग संस्थानों द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं।
ग्रीन मोबिलिटी ट्रांसपोर्ट सेवाओं पर दी प्रस्तुति
यूएमटीसी ने नई तकनीकी विकल्प और समाधान, हेस इंडिया ने लाइटराम, ई-मोबिलिटी सॉल्यूशन और ग्रीन सेल मोबिलिटी ने नोएडा और यूपी सब-रीजन के लिए ग्रीन मोबिलिटी ट्रांसपोर्ट सेवाओं पर प्रस्तुति दी। कार्यशाला में स्टार्टअप फर्मों और चार्जिंग तकनीकों के लिए अवसरों, समकालीन व्यावसायिकम, वित्तीय संरचनाओं और जेवर क्षेत्र में बेहतर एयरपोर्ट कनेक्टिविटी पर भी चर्चा हुई। इलेक्ट्रिक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और सतत विकास के लिए ई-वाहनों की महत्वता पर भी प्रकाश डाला गया। कार्यशाला में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के अलावा एनसीआरटीसी व एनएमआरसी के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। बेहतर होगी कनेक्टिविटी : मनोज कुमार सिंह
औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा, जेवर और गाजियाबाद को शामिल करते हुए इस शहरी समूह के लिए एक आधुनिक और विश्वसनीय सार्वजनिक परिवहन प्रणाली विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रणाली से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एनसीआर के आस-पास के शहरों जैसे गाजियाबाद, आनंद विहार, फरीदाबाद, दिल्ली आदि से सुगम कनेक्टिविटी संभव होगी और सड़कों पर वाहनों की संख्या भी कम हो सकेगी।