Noida News : नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा चल रही परियोजनाओं की गति और तेज करने के लिए समय-समय पर चल रहे कार्य का निरीक्षण किया जा रहा है। इसी तरह शनिवार को नोएडा प्राधिकरण के प्रधान महाप्रबंधक राजीव त्यागी द्वारा निर्माणाधीन परियोजनाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने परथला चौक पर बन रहे फ्लाईओवर और सेक्टर-123 में बन रहे एसटीपी का निरीक्षण किया। साथ ही उन्होंने उपस्थित संबंधित अभियंताओं से चल रहे कार्य की जानकारी ली।
प्रदेश सरकार ने परियोजनाओं को लेकर यह निर्देश दिए
आपको बता दें कि प्रदेश सरकार ने गठन के बाद ही चल रही विभिन्न परियोजनाओं को 100 दिन के अंदर या 6 माह के अंदर पूरा किए जाने के निर्देश दिए हैं। जिसके चलते महाप्रबंधक द्वारा शनिवार को चल रही परियोजनाओं का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण का दृष्टिकोण इन परियोजनाओं को तय समय पर पूरा किए जाने का है, ताकि जल्द से जल्द लोगों को इन पर योजनाओं का लाभ मिल सके।
यात्रियों को मिलेगा खास लाभ
पर्थला चौक पर बन रहे फ्लाईओवर को 80.54 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है। यह फ्लाईओवर को 697 मी लम्बे 6 लेन का होगा। फ्लाईओवर के निर्माण से सेक्टर -51, 52, 61, 70, 71, 72, 73, 74, 75, 76, 77, 78, 79, 121 और 122 के निवासियों को यातायात में काफी सुविधा होगी। इसके अतिरक्ति दिल्ली, सरिता विहार से गाजियाबाद, हापुड़ और ग्रेटर नौएडा वेस्ट को जाने के लिए सिग्नल फ्री यातायात मिल सकेगा। साथ ही ग्रेटर नौएडा वेस्ट में रहने वाले कई लाख लोगों को आवागमन की सुविधा भी मिलेगी।
फ्लाईओवर का यह कार्य पूरा हुआ
पर्थला चौक पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर परियोजना के स्थल पर उपस्थित सम्बन्धित अभियन्ताओं द्वारा अवगत कराया गया कि परियोजना के अन्तर्गत पाईल, पाईल कैप, पियर और पियर कैंप का कार्य, सभी 784 प्रीकास्ट क्रैशर बैरियर की कास्टिंग का कार्य, निर्धारित 7732 वर्गमी0 आर.ई. वॉल पैनल की कास्टिंग भी पूर्ण हो चुकी है। वर्तमान में दोनों पाईलोनों की 49.066 मी के सापेक्ष 34.70 मी तक कास्टिंग पूर्ण हो चुकी है और 288 नग डेक स्लैब के सापेक्ष 236 नग डेक स्लैब का कास्टिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है। इसके अतिरिक्त ग्रेटर नौएडा से पर्थला की ओर रैम्प का कार्य 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है।
एसटीपी के निर्माण से 28 सेक्टरों को होगा फायदा
सेक्टर-123 एसटीपी का निर्माण एसबीआर तकनीक पर 115.44 करोड़ रुपए की लागत से कराया जा रहा है। जिसकी क्षमता 80 एमएलडी है। इस एसटीपी के निर्माण के उपरान्त नौएडा की सीवेज शोधन क्षमता निश्चित रूप से और अधिक मजबूत हो जाएगी। साथ ही नौएडा के सीवेज डिस्ट्रिक्ट-सी के कुल 28 सैक्टरों की आबादी को होगा फायदा।
इतना कार्य हुआ पूरा
सैक्टर-123 एसटीपी का वर्तमान में एसबीआर की बेसिन की राफ्ट कंक्रीट का कार्य पूर्ण हो चुका है। आरएसपीएस (RSPS) की कंक्रीट का कार्य और एसटीपी की चारदिवारी का कार्य पूर्ण हुआ। इसके साथ-साथ सीसीटी और दोनों स्लाज चिकनर का कार्य भी लगभग पूर्ण हो चुका है। सेन्ट्रीफ्यूज बिल्डिंग का कार्य 98 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। एयर ब्लोअर और प्रशासनिक भवन के द्वितीय तल की कास्टिंग और चिनाई का कार्य पूर्ण किया जा चुका है, फिनिशिंग का कार्य प्रगतिरत है।
तीन डिकेन्टर को स्थापित करने की कार्यवाही प्रगतिरत
सबस्टेशन का कार्य पूर्ण हो चुका है, जिसकी फिनिशिंग भी 95 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी है। स्टाफ क्वार्टर का कार्य प्रगतिरत है, जो कि 75 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। मैकेनिकल कार्य में डिकेन्टर, सैन्ट्रीफ्यूज और एयर ब्लोअर की आपूर्ति की जा चुकी है। तीन डिकेन्टर एसबीआर में स्थापित किये जा चुके हैं और अवशेष तीन डिकेन्टर को स्थापित करने की कार्यवाही प्रगतिरत है।