आज धूमधाम से निकाली जाएगी राम बारात, इन मार्गों से होकर गुजरेगी

नोएडा में रामलीला : आज धूमधाम से निकाली जाएगी राम बारात, इन मार्गों से होकर गुजरेगी

आज धूमधाम से निकाली जाएगी राम बारात, इन मार्गों से होकर गुजरेगी

Tricity Today | रामलीला

Noida : श्रीराम मित्र मण्डल नोएडा द्वारा सेक्टर-62 के रामलीला मैदान में आयोजित श्री राम लीला मंचन के चौथे दिन मुख्य अतिथि  महिला आयोग अध्यक्ष बिमला बाथम, अग्रवाल मित्र मंडल अध्यक्ष सुरेश गुप्ता और चैयरमैन रामाज्ञा स्कूल संजय गुप्ता द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ लीला का शुभारंभ हुआ। श्रीराम मित्र मंडल राम लीला समिति के अध्यक्ष धर्मपाल गोयल और महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा द्वारा मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया गया।

श्रीराम मित्र मंडल नोएडा के महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा ने बताया कि 30 सितंबर को राम बारात शोभा यात्रा, राम राज्याभिषेक की घोषणा, मंथरा कैकई संवाद, कैकई राम नारद संवाद, कैकई दशरथ संवाद, राम बनवास आदि प्रसंगों का मंचन किया जाएगा। राम बारात शोभायात्रा दोपहर बाद 2 बजे सेक्टर-20 के हनुमान मंदिर से निकाली जाएगी, जो डीएम चौराहा, हरौला, सेक्टर-9, 10, 11, 12-22, 55, खोड़ा, लेबर चौक होते हुए सेक्टर-62 रामलीला स्थल तक पहुंचेगी।

चौथे दिन का मंचन का हुआ समापन
दीप प्रज्वलन के पश्चात सीता स्वयंवर में आए अलग-अलग अतिथियों का राजा जनक द्वारा भव्य स्वागत और ततपश्चात स्वयंवर हेतु शिव धनुष तोड़ने हेतु सभी अतिथि अपना प्रयास करते हैं, परंतु राजा जनक देखते हैं कि रावण ,बाणासुर जैसे तमाम योद्धा आए लेकिन धनुष को हिला तक नहीं सके। यह देखकर जनक व्याकुल हो उठते हैं। इसके बाद जनक धनुष न टूटने पर विलाप कर कहते हैं कि लगता है अब पृथ्वी वीरों से खाली हो गई है।

राम ने तोड़ा धनुष
जिसके बाद लक्ष्मण उनकी बात सुनकर क्रोध कर कहते हैं कि अगर भईया राम आज्ञा दे यह धनुष क्या पूरा ब्रह्माण्ड को तोड़-मरोड़ डालू, राम जी लक्ष्मण को शांत करते हैं। इसके बाद विश्वामित्र भगवान राम को आदेश देते हैं, ‘‘उठहु राम भंजहु भवचापा। मेटहु तात जनक परितापा।” भगवान राम धुनष की प्रत्युन्चा चढ़ाते हैं कि धनुष टूट जाता है। सभी जनकपुर वासियों में खुशी दौड़ जाती है।

राम और सीता में हुआ विवाह
शिव धनुष के टूटने की बात सुनकर परशुराम आते हैं और जनक को कहते हैं हे दुष्ट धनुष किसने तोड़ा है। इसके बाद लक्ष्मण और परशुराम का संवाद होता है, बाद में परशुराम को ज्ञात हो जाता है कि राम और कोई नहीं साक्षात विष्णु का अवतार हैं। विष्णु राम से क्षमा मांग लेते हैं। क्षमा के बाद परशुराम महेंद्र पर्वत पर लौट जाते हैं। तत्पश्चात राम और सीता द्वारा एक दूसरे को वरमाला पहनाई गई। इसी के साथ चौथे दिन की लीला मंचन का समापन हुआ।

समिति के सदस्य रहे उपस्थित
इस अवसर पर समिति के चेयरमैन उमाशंकर गर्ग, मुख्य संरक्षक मनोज अग्रवाल, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र गर्ग, सह-कोषाध्यक्ष अनिल गोयल, उपमुख्य संरक्षक राजकुमार गर्ग, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतनारायण गोयल, बजरंगलाल गुप्ता, चौधरी रविन्द्र सिंह, तरुणराज, एसएम गुप्ता, पवन गोयल, आत्माराम अग्रवाल, मुकेश गोयल, मुकेश अग्रवाल, शांतनु मित्तल, मनीष गुप्ता, चन्द्रप्रकाश गौड़, गौरव मेहरोत्रा, मनीष गोयल, आरके उप्रेती, बीगौरव गोयल, सुधीर पोरवाल, मनोज सिंघल, राजकुमार बंसल, गौरव चौधरी, संतोष त्रिपाठी, प्रवीण गोयल, अर्जुन अरोड़ा, रोहताश गोयल, बीना बाली समेत अन्य समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

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