आलोक सिंह और लक्ष्मी सिंह के नाम बने रिकॉर्ड, पढ़िए खास खबर

गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के 4 साल : आलोक सिंह और लक्ष्मी सिंह के नाम बने रिकॉर्ड, पढ़िए खास खबर

आलोक सिंह और लक्ष्मी सिंह के नाम बने रिकॉर्ड, पढ़िए खास खबर

Tricity Today | Alok Singh and Lakshmi Singh

Noida News : आज गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट को 4 साल पूरे हो गए हैं। कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के बाद आलोक सिंह नोएडा के पहले कमिश्नर बनें। आईपीएस आलोक सिंह (Alok Singh) का कानपुर ट्रांसफर होने के बाद आईपीएस लक्ष्मी सिंह पिछले एक साल से कमिश्नर के पद पर तैनात हैं। आलोक सिंह और पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह (Lakshmi Singh) ने गौतमबुद्ध में रहकर कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं।

अपराधियों के गढ़ का किया था सफाया 
वर्ष 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी आलोक सिंह को नोएडा कमिश्नरेट बनने के बाद पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया। तेज तर्रार छवि के आलोक सिंह कानपुर के आईजी रह चुके हैं। मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले आलोक सिंह को डीजीपी के सिल्वर और गोल्ड डिस्क से सम्मानित हैं। उन्होंने इटली और कैम्ब्रिज यूनिवसिर्टी में पुलिस ट्रेनिंग भी ली है। इसके अलावा सोनभद्र जिले में नक्सल क्षेत्रों में अच्छा काम करने पर उन्हें राष्ट्रपति का वीरता पदक दिया गया। आईपीएस आलोक सिंह ने जब गौतमबुद्ध नगर के पहले कमिश्नर के रूप में कार्यभार संभाला। तो इससे पहले ग्रेटर नोएडा और नोएडा को भू माफिया और कुख्यात अपराधियों का गढ़ माना जाता था। इन सभी चुनौतियों का सामना करके आलोक सिंह ने 6 महीने में ही कई अपराधियों पर नकेल कस दी। आलोक सिंह तीन साल तक गौतमबुद्ध नगर के कमिश्नर रहे। आलोक सिंह ने कोरोना काल के दौरान कई ऐसे कदम उठाए जिसको लेकर वह चर्चाओं में बने रहे। लॉकडाउन के दौरान अलोक सिंह के नेतृत्व में जिला पुलिस ने घर पर बंद 15000 से ज्यादा लोगों की मदद की। गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट से प्रमोशन होकर वह कानपुर में एडीजी जोन के पद पर तैनात हैं। आलोक सिंह कौशाम्बी, बागपत्त, बस्ती, सोनभद्र, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव, बिजनौर, कानपुर, मेरठ के कप्तान रह चुके हैं। इसके अलावा वह लखनऊ में सहायक पुलिस अधीक्षक होते हुए सीओ अलीगंज रहे थे। 32 वीं बटालियन पीएसी में वह सेनानायक भी रहे हैं।

महिलाओं के लिए इंस्पिरेशन बनीं सीपी लक्ष्मी सिंह 
गौतमबुद्ध नगर की पहली महिला पुलिस कमिश्नर आईपीएस लक्ष्मी सिंह मैकेनिकल इंजीनियर हैं। इसके बाद उन्होंने समाजशास्त्र से मास्टर डिग्री हासिल की और साल 2000 में उन्होंने यूपीएससी में टॉपर बनकर आईपीएस का चुनाव किया। साल 2014 में उन्हें आगरा में डीआईजी पद पर प्रमोट किया गया। सीपी लक्ष्मी सिंह को लेडी सिंघम के नाम से भी जाना जाता है। उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ की पसंदीदा पुलिस अधिकारियों के रूप में भी जाना जाता है। ईमानदार और तेज तर्रार छवि के कारण साल 2019 में उन्हें राजधानी लखनऊ की जिम्मेदारी दी गई। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर के रूप में 2000 बैच की महिला आईपीएस लक्ष्मी सिंह ने एक दिसम्बर 2022 को अपना चार्ज ग्रहण किया था। आईपीएस लक्ष्मी सिंह जनपद का चार्ज लेते ही जिले की कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने में लगातार प्रयासरत हैं। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने 1 साल के अंदर ही बड़े-बड़े कुख्यात माफिया को जेल भेजा है। वहीं, ग्रेटर नोएडा में हुए इंटरनेशनल मोटोजीपी रेस और उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो जैसे कार्यक्रमों को सफलता पूर्वक संपन्न कराने में कामयाब रही हैं। लक्ष्‍मी सिंह का मानना है कि महिलाएं मल्‍टीटास्किंग होती हैं। एक साथ महिला प्‍लान करके बहुत चीजों में ऑडर देकर, डॉयरेक्‍शन देकर मैनेज कर लेती है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.