नोएडा में इलाज के नाम पर तय शुल्क से ज्यादा वसूला तो हॉस्पिटल और लैब का पंजीकरण निरस्त होगा, सीएमओ ने दी चेतावनी

बड़ी खबर : नोएडा में इलाज के नाम पर तय शुल्क से ज्यादा वसूला तो हॉस्पिटल और लैब का पंजीकरण निरस्त होगा, सीएमओ ने दी चेतावनी

नोएडा में इलाज के नाम पर तय शुल्क से ज्यादा वसूला तो हॉस्पिटल और लैब का पंजीकरण निरस्त होगा, सीएमओ ने दी चेतावनी

Google Photo | डॉ.दीपक ओहरी

गौतमबुद्ध नगर में संक्रमित मरीजों के इलाज में अस्पताल और प्रयोगशालाओं द्वारा ज्यादा धनराशि वसूलने की शिकायतें जिला प्रशासन को मिल रही थीं। इसका संज्ञान लेते हुए डॉ.दीपक ओहरी ने सभी हॉस्पिटल और लैब को रेट लिस्ट से संबंधित एक पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि अगर तय शुल्क से ज्यादा धनराशि वसूलने का कोई मामला संज्ञान में आएगा, तो अस्पताल या लैब के विरुद्ध कोविड-19 महामारी की गाइडलाइन के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। 

बताते चलें कि बीते साल भी जब कोरोना वायरस अपने उफान पर था, तब जिले के कुछ लैब और अस्पतालों में मरीजों से ज्यादा राशि वसूलने की शिकायतें मिल रही थीं। एक बार फिर कोविड-19 अपने विकराल रूप में है। एक बार फिर अस्पतालों और लैब के खिलाफ धन उगाही की शिकायतें मिलने लगी हैं। इसको देखते हुए गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी ने जिले के सभी कोविड-19 पंजीकृत लैब और अस्पतालों को रेट लिस्ट भेजा है। इसमें कहा गया है कि अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों का इलाज डॉक्टर विनोद पाल कमेटी द्वारा निर्धारित किए गए शुल्क के मुताबिक किया जाएगा। 

एनएबीएच में पंजीकृत हॉस्पिटल में इतना शुल्क लगेगा
रेट लिस्ट में अस्पतालों को एनएबीएच (National Accreditation Board for Hospitals & Healthcare Providers) से मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त श्रेणी में रखा गया है। एनएबीएच से मान्यता प्राप्त अस्पतालों में मरीज को आइसोलेशन बेड के लिए 10000 देने होंगे। इसमें सपोर्ट और ऑक्सीजन की सुविधा मिलेगी। इस शुल्क में 1200 रुपए पीपीई किट के शुल्क के तौर पर शामिल है। इसी तरह बिना वेंटीलेटर केयर के आईसीयू के लिए मरीज को 15000 देने होंगे। इसमें 2000 रुपये पीपीई किट का शामिल है। हालत बेहद गंभीर होने पर मरीज को आईसीयू वेंटीलेटर केयर की जरूरत पड़ेगी। इस श्रेणी के लिए पेशेंट को 18000 देने होंगे। इसमें 2000 रुपये पीपीई किट के जोड़े गए हैं। 

गैर-पंजीकृत अस्पतालों में देना होगा कम फीस
गैर मान्यता प्राप्त हॉस्पिटल में आइसोलेशन बेड के लिए 8000 देने होंगे। इसमें सपोर्टिव केयर और ऑक्सीजन शुल्क तथा 1200 रुपये पीपीई किट शुल्क शामिल है। बिना वेंटीलेटर केयर के आईसीयू में मरीज को 13000 देना होगा। इसमें 2000 रुपये पीपीई किट का जोड़ा गया है। हालत बहुत खराब होने पर मरीज को आईसीयू वेंटीलेटर केयर की जरूरत होगी। इसमें 15000 देना होगा। इस शुल्क में पीपीई किट के लिए 2000 रुपये जोड़े गए हैं। 

जांच के लिए तय है शुल्क
रेट लिस्ट में आरटीपीसीआर जांच के लिए अधिकतम शुल्क 700 तय किया गया है। हालांकि अगर लैब या हॉस्पिटल सैंपल स्वयं कलेक्ट कराते हैं, तो अधिकतम 900 तक का शुल्क ले सकते हैं। इसके अलावा ट्रू नॉट और सीबी नॉट की जांच के लिए अधिकतम शुल्क 2000 रखा गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जनपद के सभी कोविड-19 पंजीकृत लैब और हॉस्पिटल को आदेश देते हुए कहा है कि निर्धारित शुल्क से ज्यादा धनराशि की मांग ना करें। अगर किसी लेब या हॉस्पिटल के खिलाफ शिकायत पाई गई, तो उस लैब और अस्पताल के विरुद्ध कोविड-19 महामारी की गाइडलाइन के नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। संबंधित लैब या हॉस्पिटल का पंजीकरण निरस्त कर दिया जाएगा।

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