Tricity Today | नोएडा पुलिस के पास पहुंचे पेरेंट्स
Noida : जमीन का बकाया नहीं देने के मामले में सेक्टर-56 के उत्तराखंड पब्लिक स्कूल (Uttarakhand Public School) को अथॉरिटी (Noida Authority) ने सोमवार को सील कर दिया। स्कूल के बंद हो जाने से लगभग 15 सौ बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। कुछ बच्चे मंगलवार को स्कूल गए लेकिन गेट पर ताला लगे होने के वजह से वापस घर लौट गए। गुस्साए अभिभावकों ने स्कूल के चेयरमैन के खिलाफ कोतवाली 58 में शिकायत दी है। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल मैनेजमेंट ने छात्रों के साथ धोखाधड़ी की है।
पुलिस के आला अधिकारियों से की शिकायत
ऑल इंडिया पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ सैकड़ों की संख्या में छात्रों के परिजन सेक्टर-58 थाने पहुंचे। उन्होंने वहां पर पुलिस के आला अधिकारियों से स्कूल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही उत्तराखंड पब्लिक स्कूल के चेयरमैन पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने मांग की। साथ ही इस मामले में अभिभावकों ने डीएम मनीष कुमार से मदद की गुहार लगाई है।
अभिभावकों का आरोप
अभिभावकों का कहना है कि स्कूल में पढ़ रहे बच्चों की फीस समय पर जमा की जाती है। हाल ही में नए स्टूडेंट के दाखिले भी यहां हुए है। अभी सभी अभिभावकों ने नए सत्र की फीस जमा की है। अब उनके पास दूसरे स्कूल में फीस जमा करने के लिए पैसे भी नहीं बचे हैं। पेरेंट्स का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने ही हमको अंधेरा में रखा। बिना जानकारी दिए ही स्कूल को सील कर दिया। उनके बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अब उनको कौन दाखिला देगा। स्कूल के चेयरमैन ने छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर धोखा दिया है।
क्या है मामला
नोएडा अथॉरिटी ने सोमवार की दोपहर शहर के सेक्टर-56 में स्थित उत्तराखंड पब्लिक स्कूल को सील कर दिया है। इससे पहले स्कूल की जमीन का आवंटन रद्द कर दिया गया। इसके अलावा प्राधिकरण ने स्कूल के मुख्य द्वार पर नोटिस चस्पा किया था। मिली जानकारी के मुताबिक स्कूल मैनेजमेंट ने जमीन आवंटन की एवज में प्राधिकरण को पैसा नहीं चुकाया है। स्कूल पर करीब 15 करोड़ रुपये बकाया हैं।
स्कूल ने नोटिस का नहीं दिया जवाब
महाप्रबंधक (संस्थागत) आशीष भाटी ने कहा, "उत्तराखंड पब्लिक स्कूल को नोटिस भेजा गया था। स्कूल को भूमि आवंटन किया गया था। उसकी कीमत अब तक स्कूल प्रबंधन ने नहीं चुकाई है। कई बार नोटिस भेजे गए लेकिन स्कूल मैनेजमेंट ने ना तो बकाया जमा किया और ना ही जवाब दिया है। जिसकी वजह से प्राधिकरण ने स्कूल का भूखंड आवंटन रद्द कर दिया। जिसके बाद सोमवार की दोपहर को प्राधिकरण से स्कूल सील कर दिया है।”