नोएडा की सबसे बड़ी फिनटेक कंपनी पेटीएम को राहत, इन 4 बैंकों ने बढ़ाया मदद का हाथ

अच्छी खबर : नोएडा की सबसे बड़ी फिनटेक कंपनी पेटीएम को राहत, इन 4 बैंकों ने बढ़ाया मदद का हाथ

नोएडा की सबसे बड़ी फिनटेक कंपनी पेटीएम को राहत, इन 4 बैंकों ने बढ़ाया मदद का हाथ

Tricity Today | पेटीएम को राहत

Noida News : नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने पेटीएम की पैरेंट कंपनी One97 Communications Limited को मल्टीबैंक मॉडल के तहत यूपीआई में थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर के तौर पर काम करने की इजाजत दे दी है। एनपीसीआई ने 14 मार्च 2024 को यह जानकारी दी है। जानकारी के मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और यस बैंक को One97 Communications Limited के पेमेंट सर्विस के तौर पर काम करने की बात कही गई है।

सोशल मीडिया पर दी जानकारी
National Payments Corporation of India ने 14 मार्च को सोशल मीडिया साइट 'X' पर जानकारी देते हुए बताया कि One97 Communications Limited को UPI में मल्टी-बैंक मॉडल के तहत थर्ड पार्टी एप्लीकेशन प्रोवाइडर के तौर पर भाग लेने की मंजूरी दे दी है। आगे कहा गया कि बैंक One97 Communications Limited के मेंट सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर जो चार बैंक काम करेगी। यस बैंक One97 Communications Limited के लिए नए और पुराने UPI मर्चेंट के लिए मर्चेंट बनाने के बैंक के तौर काम करेगी। साथ ही @Paytm हैंडल को यस बैंक के पास सीधे रीडायरेक्ट किया जाएगा। इससे यह सुविधा होगी कि जो मौजूदा यूजर्स या व्यापारी हैं, वो बिना किसी दिक्कत के यूपीआई लेनदेन कर सकेंगे।

Paytm Payment Bank पर बैन क्यों लगा?
पेटीएम बैन की एक बड़ी वजह यह भी है कि एक ही पैन कार्ड पर 100 या हजार से अधिक ग्राहक पेटीएम बैंक से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा Paytm Payment के पास वर्तमान समय में 35 करोड़ से अधिक ई-वॉलेट चालू हैं, जबकि इनमें से 4 करोड़ यूजर्स ही एक्टिव हैं बाकि 34 करोड़ ई-वॉलेट निष्क्रिय हैं। इनमें से कुछ अकाउंट ऐसे हैं जिनकी केवाईसी प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई है। इन सबके कारण मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका भी RBI को है।

पेटीएम ने क्या गलती कर दी?
आपको बता दें कि बीते 11 मार्च 2022 को आरबीआई ने पेटीएम को एक नोटिस जारी किया था। जिसमें कहा था कि आपका पेमेंट्स बैंक नए ग्राहक नहीं जोड़ सकता। आरबीआई ने ये भी कहा कि आपका पेमेंट बैंक एक IT टीम से अपना सिस्टम ऑडिट कराएगा। जांच पूरी होने तक नए कस्टमर नहीं जोड़े जाएं। चूंकि पेटीएम एक पेमेंट गेटवे के साथ-साथ बैंकिंग प्लेटफॉर्म भी है तो उसे आरबीआई के सारे नोटिस और सारे आदेशों को मानना पड़ेगा। पेटीएम के सिस्टम का ऑडिट हुआ तो रिपोर्ट आरबीआई के पास गई. आरबीआई ने दावा किया कि ऑडिट रिपोर्ट में पेटीएम के सिस्टम में कई खामियां दिखाई दी। ये भी पता चला कि पेमेंट बैंक ने आरबीआई के नियमों की अवहेलना की है।

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