Noida News : नोएडा से बड़ी खबर है। भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India )की कानपुर शाखा के अधिकारी ने थाना फेस-2 में दो अलग-अलग बैंकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए हैं। आरोप है कि इन बैंकों द्वारा बड़ी मात्रा में जाली नोट जमा करा दिए गए हैं। नोएडा पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। दूसरी तरफ आरबीआई भी मामले की जांच कर रहा है।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक कानपुर के प्रबंधक ने बुधवार की रात थाना फेस-2 में दो अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराईं। पहली शिकायत में उन्होंने बताया कि नोएडा के फेस-2 इलाके में स्थित एक बैंक से रिजर्व बैंक शाखा में जमा कराई गई नकदी में काफी संख्या में जाली नोट मिले हैं। दूसरी शिकायत में उन्होंने बताया कि इसी इलाके के एक अन्य बैंक से भी जाली नोट जमा कराए गए हैं।
2,000 के नोट नकली पाए गए
थानाध्यक्ष विन्ध्याचल तिवारी ने बताया कि दोनों शिकायतों पर धारा 489ए, 489बी, 489सी, 489डी और 489ई के तहत दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि जाली नोट किस स्रोत से आए और बैंक कर्मचारियों की भी भूमिका पर विचार किया जा रहा है। थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित के अनुसार 38,000 नकली पाए गए हैं। यह मामला साल 2023 का बताया जा रहा है। पकड़े गए जाली नोट 2,000 के हैं।
नोटों की गिनती और ऑडिट में पकड़े नकली नोट
भारत में नकली नोट सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। इसी समस्या से पार पाने के लिए नोटबंदी की गई थी। गौरतलब है कि गौतमबुद्धनगर के सभी बैंकों द्वारा एकत्रित नकदी को रिजर्व बैंक कानपुर शाखा में जमा कराया जाता है। वहां नोटों की गिनती और ऑडिट होता है। यदि किसी बैंक से जाली नोट मिलते हैं, तो रिजर्व बैंक द्वारा संबंधित थाने में मामला दर्ज कराया जाता है।
गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई
रिजर्व बैंक के कानपुर अधिकारियों का कहना है कि इस तरह गड़बड़ी करने वाले बैंकों की खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने जाली नोटों के इस्तेमाल पर लगाम लगाने और उनके प्रचलन को रोकने के लिए बैंकों से सख्त सतर्कता भी बरतने को कहा है।