Noida News : स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में नंबर वन बनने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने गंभीरता से प्रयास करने शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में स्वच्छता मित्र मुहिम के तहत शहर में स्वच्छता सेवा केंद्र बनाने की शुरुआत कर दी है। पहला स्वच्छता सेवा केंद्र सेक्टर-39 में इंडियन ऑयल कॉलोनी के सामने बन गया है। यहां लोगों की शिकायत सुनने, कर्मचारियों के स्वास्थ्य और बैकिंग संबंधी सेवाओं का समाधान करने के लिए अधिकारी रोजाना बैठा करेंगे। आने वाले समय में 9 और केंद्र शहर के अलग-अलग हिस्सों में शुरू किए जाएंगे।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में अव्वल आया नोएडा
स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में 3 से 10 लाख की आबादी वाली श्रेणी में नोएडा ने सबसे साफ शहर का पुरस्कार प्राप्त किया है। वहीं दस लाख तक की आबादी वाली रैकिंग में नोएडा को चौथा स्थान मिला है जबकि पिछले 25वां स्थान था। उससे पहले वर्ष 2019 में 150वां स्थान आया था। अब अगले साल शहर को नंबर-वन बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने अभी से कई और प्रयास करने शुरू कर दिए हैं। पिछले दिनों स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 का परिणाम आने पर स्वच्छता कर्मियों के सम्मान समारोह में सीईओ ऋतु महेश्वरी ने घोषणा की थी कि कर्मचारियों की सहूलियत के लिए स्वच्छता सेवा केंद्र बनाने की घोषणा की थी।
सफाई कर्मचारियों को दिया पहला स्वच्छता सेवा केंद्र
ऋतु महेश्वरी ने कहा था कि पूरे शहर ऐसे 10 केंद्र खोले जाएंगे। बेहतर रैकिंग के लिए असली मेहनत का श्रेय कर्मचारियों को दिया था। शहर में 4 हजार सफाई कर्मचारी हैं। सीईओ के निर्देश के बाद अब नोएडा प्राधिकरण स्वच्छता सेवा केंद्र खोलने शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में सेक्टर-39 में यह केंद्र खोला गया है। यहां पर कर्मचारी आराम भी कर सकेंगे और उनके सामान को रखने की जगह होगी।
इन बातों पर भी ध्यान
स्वच्छता के मामले में शहर को नंबर-वन बनाने के लिए प्राधिकरण का सिविल विभाग भी जुट गया है। इसके लिए कई महत्वपूर्ण काम करने का निर्णय लिया है। जिनमें मुख्य रूप से सामुदायिक शौचालय और यूरिनल के 100 मीटर दायरे में अतिक्रमण न होने, सड़कों और फुटपाथों को अतिक्रमण मुक्त रखना, वेंडिंग जोन को व्यवस्थित रूप से लगवाना और समस्त निर्माण कार्यों में एसटीपी के पानी का प्रयोग करना आदि हैं।