Noida News : नोएडा प्राधिकरण की ओर से जारी की गई पार्किंग निविदा में हेराफेरी के आरोपों के बीच जांच समिति गठित कर जांच शुरू की गई। इस मामले के खुलासे के लिए सीईओ रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में टीम गठित की गई है। प्राधिकरण के यातायात सेल के अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने किसी खास कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए निविदा की शर्तों में बदलाव कर दिया। बता दें, फिलहाल शहर की सड़कों पर करीब 58 जगह बनी पार्किंग फ्री चल रही है।
सख्त कार्रवाई होगी : सीईओ
नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रितु माहेश्वरी ने बताया कि जांच पूरी होने तक निविदा पर रोक लगा दी गई है। जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नोएडा शहर में 58 जगह पार्किंग है। कंपनी का चयन नहीं होने के कारण एक दिसंबर, 2022 से पार्किंग निशुल्क चल रही है। कंपनी चयन के लिए दो बार नोएडा प्राधिकरण से निविदा जारी की गई, लेकिन कंपनी का चयन नहीं हो पाया। तीसरी बार निविदा जारी करते समय शर्तों में बदलाव कर दिया गया। इसके बाद कुछ ठेकेदारों ने इस बदलाव को लेकर अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत की थी।
तीन कंपनियां पर 20 करोड़ रुपए बकाया
मिली जानकारी के मुताबिक, तीन कंपनियां शहर में पार्किंग का संचालन कर रहे थे लेकिन इन कंपनियों पर अभी तक नवंबर तक महीने का 20 करोड़ रुपए बकाया है। ऐसे में कहीं ना कहीं ट्रैफिक अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। नोएडा अथॉरिटी के अधिकारी अपना पैसा वसूल नहीं पा रहे हैं। जिसका हर्जाना नोएडा प्राधिकरण के राजस्व विभाग को चुकाना पड़ रहा है।
इन जगहों पर जारी फ्री पार्किंग
सेक्टर-25 स्पाइस मॉल, सेक्टर-29 गंगा शॉपिंग कॉम्पलेक्स, ब्रह्मपुत्रा मार्केट, शाॅप्रिक्स मॉल सेक्टर-61, सेक्टर-32 में लाॅजिक्स मॉल के सामने और किनारे प्लॉट में, सेक्टर-33 में एआरटीओ ऑफिस प्लॉट एरिया और पीछे की तरफ, सेक्टर-54 में एचसीएल के सामने, सेक्टर-142 में एडवंट बिल्डिंग के सामने, सेक्टर-124 और 125 के बीच, सेक्टर-63 में हल्दीराम और महिंद्रा शोरूम के सामने, सेक्टर-104 में हाजीपुर गांव के के सामने, सेक्टर-41 में पेट्रोल पंप से शराब ठेके के बीच इसी तरह अन्य जगहें शामिल हैं।