नोएडा डीएम की जीत पर ऋतु सुहास बोलीं- मैच के दौरान करती थी भगवान का जाप, हमारा सपना हुआ पूरा

भारत का गर्व सुहास एलवाई : नोएडा डीएम की जीत पर ऋतु सुहास बोलीं- मैच के दौरान करती थी भगवान का जाप, हमारा सपना हुआ पूरा

नोएडा डीएम की जीत पर ऋतु सुहास बोलीं- मैच के दौरान करती थी भगवान का जाप, हमारा सपना हुआ पूरा

Tricity Today | सुहास एलवाई और ऋतु सुहास

  • - नोएडा डीएम सुहास एलवाई की जीत पर ऋतु सुहास ने जाहिर की खुशी
  • - ऋतु सुहास ने कहा "मैच के दौरान जप करती थी" 
  • - टोक्यो पैरालंपिक में सुहास एलवाई ने जीता सिल्वर मेडल
  • - पीएम मोदी और सीएम योगी ने दी फोन पर बधाई 
NOIDA : गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने टोक्यो पैरालंपिक में भारत का नाम रोशन किया है। उन्होंने बैडमिंटन पुरुष एकल एसएल-4 में सिल्वर मेडल जीतकर विश्व में परचम लहराया है। सुहास एलवाई को भारत के पीएम नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बधाई दी। सोशल मीडिया पर सुहास एलवाई को बधाई और शुभकामनाएं देने वालों की लाइन लगी हुई हैं। 

मैच के दौरान करती थी भगवान का जाप : ऋतु सुहास
सुहास एलवाई की पत्नी और गाजियाबाद की एडीएम पद पर तैनात ऋतु सुहास ने खुशी जताई है। ऋतु सुहास में बताया कि "यह बेहद गौरव का पल है। सुहास पिछले 8 साल से तैयारी कर रहे थे। टोक्यो पैरालंपिक में भारत के लिए पदक जीतना उनका सपना था। पूरे देश को आज उन पर गर्व है कि कैसे अपने काम के साथ-साथ बैडमिंटन की भी तैयारी करते रहे। ऋतु सुहास ने बताया कि "सुहास रोजाना लगभग 4 घंटे प्रैक्टिस करते थे, वो मैच के दौरान भगवान का जाप करती है, सुहास के वापसी पर पूरा देश उनका बढ़-चढ़ के स्वागत करेगा।"



मुझे मलाल है कि मैं गोल्ड नहीं जीत पाया : सुहास एलवाई
टोक्यो पैरालंपिक मे सिल्वर मेडल जीतने के बाद सुहास एलवाई ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि "मुझे इस बात का मलाल है कि मैं गोल्ड नहीं जीत पाया हालांकि सिल्वर मेडल जीतना भी मेरे लिए फक्र की बात है। मैंने कभी यह नहीं सोचा था कि कि अपने देश का प्रतिनिधित्व पैरालंपिक गेम में करूंगा। सभी देशवासियों का तहे दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने मुझे सपोर्ट किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी फोन आया था, उन्होंने भी पूरे देश की तरफ से बधाई दी है।"

मैं भगवान को कोसता था लेकिन अब बहुत गौरवांवित महसूस हुआ
सुहास ने अपने बचपन को याद करते हुए कहा कि "मैं एक बहुत ही छोटे से शहर का रहने वाला हूं। जब मैं छोटा था तो कभी सोचना नहीं था कि जिंदगी में आईएएस बनूंगा, कलेक्टर बनूंगा या पैरालंपिक में मेडल मिलेगा लेकिन भगवान की कृपा और आपके आशीर्वाद से यहां तक आया। एक समय था जब मैं सोचता था कि ऊपर वाले ने मुझे दिव्यांग बना दिया है। मेरे साथ ऐसा क्यों किया है। लेकिन आज आपके साथ बात करने का मौका मिला है। मैं बहुत गौरवांवित महसूस कर रहा हूं।" 



पीएम मोदी ने कहा- उत्तर प्रदेश आपका इंतजार कर रहा
पीएम मोदी ने सुहास को कॉल पर बताया कि "आपके अंदर जो शारिरिक कमी थी, आपने उसे अपनी शक्ति में परिवर्तित कर लिया। आज उसी का परिणाम है कि देश का प्रधानमंत्री भी आपको फोन करने के लिए लालायित होता है। ये आपका अपना पराक्रम है आपका आत्मविश्वास है। और यह तो दुनिया का नियम है कि जो लोग निरंतर मेहनत करते रहते हैं वो कहीं पहुंच जाते हैं। तो आपने आज करके दिखाया है, इसके लिए आपको मेरी ओर से बहुत-बहुत बधाई है। अब उत्तर प्रदेश आपका इंतजार कर रहा है।"

पहले राउंड में सुहास एलवाई जीते
आपको बता दें कि पहले राउंड में सुहास एलवाई ने लुकास को 21-15 से हराया। सुहास एलवाई ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया। पहले राउंड में पूरे समय सुहास एलवाई फ्रांस के खिलाड़ी पर भारी पड़ते हुए नजर आए। जिसके कारण फ्रांस के खिलाड़ी के चेहरे पर परेशानी साफ नजर आ रही थी लेकिन सुहास एलवाई पहले राउंड में ही काफी खुश नजर आए। उनकी तैयारी और उनका जोश उनके चेहरे पर दिखाई दिया।



2007 बैच के आईएएस अफसर हैं सुहास
सुहास लालिनकेरे यतिराज एक भारतीय पेशेवर पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और वर्ष 2007 बैच के आईएएस अफसर हैं। सुहास वर्तमान में पुरुष एकल में दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी के रूप करीब डेढ़ वर्ष से कार्यरत हैं। वह पूर्व में प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत थे। तब मार्च 2018 में वाराणसी में आयोजित हुई दूसरी राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर नेशनल चैंपियन बने थे। अब उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल हासिल किया है।

कर्नाटक में हासन जिले के मूल निवासी हैं
सुहास लालिनाकेरे यतिराज का जन्म कर्नाटक के हासन में यतिराज एलके और जयश्री सीएस के घर हुआ था। प्रारंभिक स्कूली शिक्षा मांड्या जिले के पास डूड्डा में हुई। उनके पिता सरकारी कर्मचारी थे, इसलिए उन्हें अलग-अलग जगहों पर अपनी पोस्टिंग के दौरान पिता के साथ घूमना-फिरना पड़ता था। उन्होंने अपनी अधिकांश माध्यमिक शिक्षा डीवीएस स्वतंत्र कॉलेज शिवमोग्गा कर्नाटक में की। उन्होंने 2004 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सुरथकल कर्नाटक से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग शाखा में विशिष्ट योग्यता के साथ प्रथम श्रेणी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

पत्नी ऋतु भी बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं
सुहास की शादी ऋतु सुहास से हुई है। वह मिसेज इंडिया 2019 प्रतियोगिता की विनर रह चुकी हैं। ऋतु गाजियाबाद की अपर जिलाधिकारी हैं। वह एक पीसीएस अधिकारी हैं। उनकी बेटी सानवी 5 साल की है और बेटा विवान 2 साल का है। उनकी पत्नी को भी आम चुनावों में मतदाता जागरूकता में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया है।

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