Noida News : सुपरटेक ट्विन टावर का मलबा उठाने का काम रुक गया है। ट्विन टावर ध्वस्तीकरण के बाद मौके पर 80 हजार टन मलबा इकठ्ठा हुआ था। इसमें से करीब 28 हजार टन मलबा नोएडा प्राधिकरण के सेक्टर-80 स्थित कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन प्लांट पर जाना है। बाकी मलबा ट्विन टावर के 2 बेसमेंट में भरा जाएगा। उसके बावजूद भी अगर मलबा बचता है तो उसको ग्रेटर नोएडा के एक गांव में खाली जमीन पर फेंका जाएगा।
सुपरटेक बिल्डर देगा 46 लाख रुपये
नोएडा प्राधिकरण करीब 28 हजार टन मलबे का निस्तारण करेगा। इसके लिए सुपरटेक बिल्डर द्वारा नोएडा प्राधिकरण को 46 लाख का भुगतान करना है, लेकिन अभी तक सुपरटेक बिल्डर की तरफ से एक पैसा भी प्राधिकरण को नहीं दिया गया है। जिसकी वजह से प्राधिकरण ने मलबा लेने से मना कर दिया है। प्राधिकरण का कहना है कि जब तक पैंमेट नहीं आएगी। तब की मलबा नहीं उठाया जाएगा।
अभी तक केवल 10 ट्रक मलबा उठा
ट्विन टावरों को ध्वस्त हुए 20 दिन से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन अभी तक रफ्तार के साथ मलबा उठना शुरू नहीं हुआ है। सिर्फ दो दिन में करीब 10 ट्रक मलबा टावर से सेक्टर-80 साइट पर गया था। मलबा नहीं उठने की वजह सुपरटेक बिल्डर की ओर से प्राधिकरण को पैसों का भुगतान नहीं किया जाना है। शर्तों के तहत प्लांट में मलबे का निस्तारण करने की एवज में प्राधिकरण 157 रुपये प्रति टन के हिसाब से शुल्क बिल्डर से लेगा। कुछ और शुल्क जोड़कर 28 हजार टन मलबे के निस्तारण की लागत करीब 46 लाख रुपये तय होती है।
निवासियों ने जताई चिंता
एमरॉल्ड कोर्ट आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष उदयभान सिंह तेवतिया ने कहा कि मलबा नहीं उठने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में प्राधिकरण और एडीएफाइस एजेंसी के अधिकारियों से बात कर जल्द मलबा उठवाना शुरू किया जाएगा। प्राधिकरण ने पत्र भेजकर पहली किश्त के रूप में 15 लाख रुपये देने को कहा था, लेकिन बिल्डर ने कोई भुगतान नहीं किया। ऐसे में अब प्राधिकरण ने मलबा लेने से इंकार कर दिया।