गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस से संक्रमित 75 साल के एक बुजुर्ग के साथ निजी डॉक्टर द्वारा लापरवाही बरतने का मामला संज्ञान में आया है। गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी ने इसकी जानकारी होने के बाद प्राइवेट डॉक्टर के खिलाफ जांच कमेटी गठित की है। यह टीम निजी डॉक्टर के उस फैसले की समीक्षा करेगी। जिसमें 75 साल के कोरोना से संक्रमित बुजुर्ग को होम आइसोलेशन का सुझाव दिया गया था। जबकि वह कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं।
निजी डॉक्टर ने घर में इलाज कराने का सुझाव दिया
गौतमबुद्ध नगर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय की तरफ से दी गई जानकारी में कहा गया है कि, सेक्टर-76 के रहने वाले 75 साल के एक बुजुर्ग ने शहर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल से जुड़े एक प्राइवेट लैब में अपना कोविड-19 टेस्ट कराया था। बीते 9 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और वह कोरोना संक्रमित पाए गए। जिले के एक प्राइवेट हॉस्पिटल ने उनका ब्लड टेस्ट और एक्सरे किया। इसके बाद हॉस्पिटल में डॉक्टर मानस चटर्जी ने उन्हें घर में रहकर इलाज कराने का सुझाव दिया था। जबकि 75 वर्षीय बुजुर्ग पहले से हाई डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं।
हालत बिगड़ने पर आरआरटी से किया संपर्क
दो दिन बाद बुजुर्ग की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने जिला आरआरटी में संपर्क किया। सीएमओ कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि इससे पहले पीड़ित बुजुर्ग या उनके किसी परिजन ने आरआरटी में संपर्क नहीं किया था। इसकी जानकारी मिलते ही आरआरटी टीम उनके घर पहुंची और उन्हें कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती कर लिया गया है। यहां उनका इलाज चल रहा है। इस पूरे प्रकरण में डॉक्टर मानस चटर्जी का फैसला संदिग्ध माना जा रहा है। इसको देखते हुए नोएडा के सीएमओ डॉ दीपक ने एक टीम का गठन किया है। यह टीम डॉक्टर मानस चटर्जी के फैसले की समीक्षा करेगी।
गड़बड़ी मिलने पर कड़ी कार्रवाई होगी
गंभीर डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों के बावजूद उन्होंने 75 साल के कोरोना संक्रमित व्यक्ति को घर में रहकर इलाज कराने का सुझाव क्यों दिया था। अगर कुछ गड़बड़ी सामने आती है, तो डॉक्टर और हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिला स्वास्थ्य विभाग ने सभी नागरिकों से कोरोना संक्रमण से जुड़ी जानकारी और संक्रमितों के बारे में सूचना देने के लिए कॉल सेंटर हेल्पलाइन नंबर 18004192211 और 108 पर कॉल करने के लिए कहा है। स्वास्थ विभाग की तरफ से कहा गया है कि इस मुश्किल घड़ी में भी हम सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।