श्रीकृष्ण की आंखों से आंसू बहने का प्रसंग सुन भावुक हुए श्रद्धालु

Noida News : श्रीकृष्ण की आंखों से आंसू बहने का प्रसंग सुन भावुक हुए श्रद्धालु

श्रीकृष्ण की आंखों से आंसू बहने का प्रसंग सुन भावुक हुए श्रद्धालु

Tricity Today | श्रीकृष्ण की आंखों से आंसू बहने का प्रसंग सुन भावुक हुए श्रद्धालु

Noida News : सेक्टर-31 के निठारी गांव में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन कथा व्यास निरंजन दास जी महाराज ने सुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष आदि प्रसंगों का सुंदर वर्णन किया। 

प्रभु के परम मित्र थे सुदामा
कथा व्यास ने कहा, सुदामा जी जितेंद्रीय एवं भगवान कृष्ण के परम मित्र थे। भिक्षा मांगकर अपने परिवार का पालन पोषण करते। गरीबी के बावजूद हमेशा भगवान के ध्यान में मग्न रहते थे। पत्नी सुशीला सुदामा जी से बार बार आग्रह करती कि आपके मित्र तो द्वारकाधीश हैं, उनसे जाकर मिलिये, शायद वह हमारी मदद कर दें। सुदामा जी पत्नी के कहने पर द्वारका पहुंचते हैं। जब द्वारपाल भगवान कृष्ण को बताते हैं कि सुदामा नाम का ब्राम्हण आया है। कृष्ण यह सुनकर वह नंगे पैर दौड़कर आते हैं और अपने मित्र को गले से लगा लेते। 

जब भगवान के आंखों से बहने लगी आंसुओं की धारा
उनकी दीन दशा देखकर कृष्ण के आंखों से अश्रुओं की धारा प्रवाहित होने लगती है। सिंहासन पर बैठाकर कृष्ण जी सुदामा के चरण धोते हैं। सभी पटरानियां सुदामा जी से आशीर्वाद लेती हैं। सुदामा जी विदा लेकर अपने स्थान लौटते हैं तो भगवान कृष्ण की कृपा से अपने यहां महल बना पाते हैं। लेकिन, सुदामा जी अपनी फूंस की बनी कुटिया में रहकर भगवान का सुमिरन करते हैं। 

शुकदेव जी ने सुनाई परीक्षित को भागवत कथा
महाराज श्री कहते हैं, शुकदेव जी ने राजा परीक्षित को सात दिनों तक श्रीमद्भागवत कथा सुनाई, जिससे उनके मन से मृत्यु का भय निकल गया। तक्षक नाग आता है और राजा परीक्षित को डस लेता है। राजा परीक्षित कथा श्रवण करने के कारण भगवान के परमधाम को पहुंचते हैं। इसी के साथ कथा का विराम हो गया। 

इन्होंने भी किया धर्म लाभ
आयोजन समिति के प्रवक्ता राघवेन्द्र दुबे ने बताया कि सोमवार को प्रातः 9 बजे से हवन यज्ञ होगा। दोपहर 12 बजे से भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर नरेंद्र शर्मा, यज्ञदत्त शर्मा, चौधरी प्रेमी सेन, ललित अवाना, अर्जुन प्रजापति, अशोक अवाना, पूरन सेन, तेज सिंह अवाना के अलावा बड़ी संख्या में भक्तजन मौजूद रहे।

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