श्रीकांत त्यागी है स्वामी प्रसाद मौर्य का चेला, किए 5 सनसनीखेज खुलासे

आज की सबसे बड़ी खबर : श्रीकांत त्यागी है स्वामी प्रसाद मौर्य का चेला, किए 5 सनसनीखेज खुलासे

श्रीकांत त्यागी है स्वामी प्रसाद मौर्य का चेला, किए 5 सनसनीखेज खुलासे

Google Image | Shrikant Tyagi And Swami Prasad Maurya

Noida News : नोएडा की ओमेक्स ग्रैंड हाउसिंग सोसाइटी में गुंडागर्दी करने वाला श्रीकांत त्यागी समाजवादी पार्टी के नेता और पिछली सरकार में श्रम एवं संयोजन मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य का चेला है। जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने बहुजन समाज पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था तो श्रीकांत त्यागी भी उसके साथ भाजपा में शामिल हो गया था। यह बात उसने खुद पुलिस पूछताछ के दौरान कुबूल की है। श्रीकांत त्यागी ने बताया कि उसके काले कारनामों पर स्वामी प्रसाद मौर्य पर्दा डालते रहे हैं। इतना ही नहीं उसने कई और सनसनीखेज खुलासे किए हैं। आइए हम आपको पुलिस के हवाले से बताते हैं कि श्रीकांत त्यागी ने क्या-क्या जानकारियां दी हैं।

1. स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था एमएलए का स्टीकर : बीते शुक्रवार को हाउसिंग सोसायटी में हुई घटना के बाद पुलिस ने श्रीकांत त्यागी के घर पर छापा मारा था। वहां से 4 कार बरामद की थीं। इनमें से एक कार पर उत्तर प्रदेश सरकार का राजकीय चिन्ह और विधायक का स्टीकर लगा हुआ था। पुलिस ने इस बारे में श्रीकांत से पूछताछ की है। आपको बता दें कि इस मामले को लेकर पुलिस ने श्रीकांत के खिलाफ एक और मुकदमा अलग से दर्ज किया है। जिसमें फर्जी दस्तावेज यानी उत्तर प्रदेश सरकार के राजकीय चिन्ह वाला स्टीकर इस्तेमाल करने का आरोप है। श्रीकांत त्यागी ने गौतमबुद्ध नगर पुलिस को बताया है कि यह स्टिकर पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने उसे उपलब्ध करवाया था।

2. वीआईपी नम्बर लेने के लिए देता था पैसा : श्रीकांत के पास से नोएडा पुलिस ने 5 कार बरामद की हैं। जिनमें दो फॉर्च्यूनर और दो टाटा सफारी हैं। इन सभी पर वीआईपी नंबर हैं। श्रीकांत की कारों पर गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और लखनऊ के नंबर हैं। इस बारे में श्रीकांत त्यागी ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया है कि वह कारों पर वीआईपी नंबर लेना पसंद करता है। जिससे लोगों पर प्रभाव होता है। वीआईपी नंबर लेने के लिए वह एक से डेढ़ लाख रुपए अतिरिक्त देता है।

3. आम आदमी को भयाक्रांत करने के लिए रखता था चाचा की पिस्टल : पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बताया, "श्रीकांत त्यागी और उसके गैंग के मेंबर अनैतिक और आपराधिक तरीकों से धनार्जन कर रहे थे। श्रीकांत आम आदमी को दहशतजदा करने के लिए पिस्टल का उपयोग करता था। यह पिस्टल उसके चाचा उमेश त्यागी की है। जांच पड़ताल में पुलिस को पता चला कि उसके साथ रहने वाले निजी सुरक्षाकर्मी उमेश त्यागी की पिस्टल लेकर चलते थे। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस पिस्टल का लाइसेंस रद्द करवाया जाएगा। जल्दी ही पुलिस लाइसेंस रद्द करने के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजेगी।

4. नेताओं की सिफारिश पर अफसरों ने दिए सरकारी गनर : पुलिस ने श्रीकांत से सरकारी सुरक्षा के बारे में भी पूछताछ की है। उसने बताया कि वर्ष 2018 में उसने गाजियाबाद से सरकारी सुरक्षा हासिल की थी। उसे पाकिस्तान से जान से मारने की धमकी आई थी। इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाई। जिसके बाद जांच हुई और सुरक्षा दी गई। पुलिस अफसरों का कहना है कि यह पूरा मामला फर्जीवाड़े वाला लग रहा है। अब इस मामले की गहराई से जांच की जाएगी। पुलिस अफसरों का कहना है कि श्रीकांत त्यागी ने कुछ नेताओं के नाम बताए हैं, जिन्होंने उसे सरकारी सुरक्षा देने के लिए सिफारिश की। जिन अफसरों से सिफारिश की गई थी, उनके नाम भी श्रीकांत त्यागी ने बताए हैं। अब गौतमबुद्ध नगर पुलिस इस पर एक रिपोर्ट तैयार करके शासन को भेजेगी। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को सरकारी सुरक्षा के मुद्दे पर जांच करने का आदेश दे चुके हैं।

5. गाजियाबाद की मुरादनगर सीट से लड़ना चाहता था चुनाव : श्रीकांत त्यागी ने पूछताछ में बताया है कि वह भारतीय जनता पार्टी से टिकट लेकर मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहता था। दरअसल, मुरादनगर सीट पर त्यागी समाज के वोटरों की अच्छी खासी संख्या है। मौजूदा विधायक कई मुद्दों को लेकर विवादित हो गए थे। ऐसे में श्रीकांत त्यागी को भरोसा था कि उसके आका उसे भारतीय जनता पार्टी से टिकट दिलवा देंगे, लेकिन चुनाव से ठीक पहले स्वामी प्रसाद मौर्य भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। इससे श्रीकांत त्यागी के मंसूबों पर पानी फिर गया। श्रीकांत ठेकेदारी और कई दूसरे कारोबार कर रहा है। लिहाजा, वह स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल नहीं हुआ।

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