Tricity Today | महाराज श्री ने बताई संस्कृति की रक्षा की युक्ति
Noida News : सेक्टर-12 स्थित प्राचीन कलरिया बाबा मन्दिर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन व्यासपीठ ने भक्ति ज्ञान वैराग्य पर चर्चा की। कथाव्यास श्री राजेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि कैसे भक्ति के बिना ज्ञान वैराग्य अधूरा है। उन्होंने धर्म और संस्कृति की रक्षा की युक्ति भी बताई। महाराज श्री ने कहा कि संस्कृति, सत्य और सनातन परंपरा को बचाना अतिआवश्यक है। इसके लिए जरूरी है कि विद्यालय के साथ साथ माता पिता भी बच्चों में संस्कार पैदा करें।
कथाव्यास ने श्रोताओं को पढ़ाया भक्ति का पाठ
कथा के दौरान महाराज श्री ने नारद चरित्र का भी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जो मनुष्य धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है। किसी को अपमानित करके मनुष्य कभी महान नहीं बन सकता। कथा व्यास श्री राजेंद्रानंद सरस्वती ने कथा के दूसरे दिन श्रोताओं को भक्ति का पाठ पढ़ाया।
भजनों की दरिया में डूबते उतराते रहे भक्त
आज की कथा के विराम पर दिल्ली के गायक ध्रुव गोयल ने भजनों की दरिया बहा दी। इसमें भक्त काफी देर तक डूबरे उतराते रहे। भक्त भगवान कृष्ण और भगवान भोले के प्रेम में भाव विभोर हो गए। वे काफी देर तक भजनों पर नृत्य करते रहे।
तीसरे दिन होगी भरत चरित्र और नरसिंह अवतार की कथा
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के रूप में इस कथा का अयोजन श्री गौरी शंकर वैदिक धर्मार्थ ट्रस्ट के तत्वावधान में किया जा रहा है। ट्रस्ट के राष्ट्रीय महासचिव भानु प्रताप लवानिया ने बताया कि कथा की शुरुआत 4 सितंबर को हुई है। इसका समापन 10 सितंबर को होगा। उन्होंने बताया कि कथा के तीसरे दिन भरत चरित्र, अजामिल उद्धार, नरसिंह अवतार और प्रह्लाद चरित्र की कथा होगी।