गौतमबुद्ध नगर में डेंगू से हाहाकार के बीच जिला मलेरिया अधिकारी का बड़ा बयान, बोले- हालत सामान्य, पढ़ें ट्राइसिटी टुडे से खास बातचीत

Exclusive Report : गौतमबुद्ध नगर में डेंगू से हाहाकार के बीच जिला मलेरिया अधिकारी का बड़ा बयान, बोले- हालत सामान्य, पढ़ें ट्राइसिटी टुडे से खास बातचीत

गौतमबुद्ध नगर में डेंगू से हाहाकार के बीच जिला मलेरिया अधिकारी का बड़ा बयान, बोले- हालत सामान्य, पढ़ें ट्राइसिटी टुडे से खास बातचीत

Tricity Today | राजेश शर्मा, जिला मलेरिया अधिकारी

Noida-Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर जनपद में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसको लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग काफी अलर्ट है। जिले में अभी तक डेंगू से सरकारी रिपोर्ट के अनुसार एक व्यक्ति की ही मौत हुई है। इसके अलावा जनपद में डेंगू के एक्टिव मामलों की संख्या 49 हैं। जिला मलेरिया अधिकारी राजेश शर्मा से हमारी ट्राइसिटी टुडे टीम ने खास बातचीत की है। राजेश शर्मा ने बताया कि जिले में डेंगू की क्या स्थिति है? आने वाले समय में वह किस तरीके से डेंगू पर काबू पाएंगे और अस्पतालों में बेड की कितनी संख्या है?

सवाल- जिले में अभी तक डेंगू के कितने मामले आए?
जवाब- गौतमबुद्ध नगर जनपद में अब तक 387 डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। इन सभी का टेस्ट एलाइजा के माध्यम से किया गया।

सवाल - जिले में कितने मामले एक्टिव है?
जवाब- गौतमबुद्ध नगर जनपद में इस समय 49 एक्टिव मामले हैं। जिनका इलाज किया जा रहा है। बाकी ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं।

सवाल- गौतमबुद्ध नगर के सभी सरकारी अस्पतालों में कितने बेड है?
जवाब- जनपद के तीनों अस्पतालों में काफी बेड है। जिला अस्पताल में 30 बेड, पीजीआइ में 40 बेड, ब्लॉक लेवल के अस्पतालों में करीब 30 बेड हैं। अगर जरुरत पड़ेगी तो बेड की संख्या बढ़ा सकते है। टोटल हमारे पास फिलहाल करीब 100 बेड है।

सवाल- जनपद में अभी तक डेंगू से कितने लोगों की मौत हुई?
जवाब- सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक जनपद में अभी तक केवल एक मौत डेंगू के कारण हुई है। बीते 19 अक्टूबर को नोएडा के सेक्टर 12 में रहने वाले 14 साल के एक लड़के की मौत डेंगू कारण हुई थी। इसकी मौत कैलाश अस्पताल में हुई थी। इसकी रिपोर्ट बनाकर उन्होंने उत्तर प्रदेश शासन को भी भेज दी है।

सवाल- जिला स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू को लेकर आगे की क्या तैयारी की है?
जवाब- डेंगू एक मच्छर के काटने से होता है और यह मच्छर घर में पैदा होता है। खास बात यह है कि यह मच्छर साफ-सुथरे स्थान पर रहता है। डेंगू का मच्छर कभी भी गंदगी में नहीं पनपता है। किसी नाली या कूड़े से डेंगू का मच्छर नहीं आता है। इसलिए आवश्यकता है कि हमें अपने घर की साफ सफाई पर ध्यान देना चाहिए।

सवाल- ईएसआईसी अस्पताल में भी एक की मौत हुई, फिर आपने एक क्यों बताया?
जवाब- मामले को संज्ञान में आने के बाद वो खुद अस्पताल में गए और जांच की। जांच में पता चला कि जिस बच्चे की मौत डेंगू के कारण बताई जा रही है, उस बच्चे का डेंगू टेस्ट हुआ ही नहीं था।

सवाल- इनमें से कितने बेड खाली है और कितने बड़े भरे हुए हैं?
जवाब- इनमें से करीब 50 बेड भरे हुए हैं और 50 बेड खाली हैं। गौतमबुद्ध नगर स्वास्थ्य विभाग के पास बेड की कोई कमी नहीं है।

सवाल- प्राइवेट अस्पतालों में बेड नहीं होने की बात सामने आ रही है। इस मामले को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग की क्या तैयारी है?
जवाब- इसमें दो बात निकलकर सामने आई हैं। पहली बात कि 24 अक्टूबर को डीएम सुहास एलवाई ने जिले के सभी प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों के साथ ऑनलाइन बैठे की थी। इसमें सामने आया था कि प्राइवेट अस्पतालों में जाने वाले मरीज सेपरेट रूम की मांग करते हैं लेकिन ऐसा हो पाना संभव नहीं है। क्योंकि डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। प्राइवेट अस्पतालों का कहना है कि उनके पास बेड की कोई कमी नहीं है लेकिन इस समय प्राइवेट वार्ड की कमी है। अस्पतालों में डेंगू के अलावा और भी काफी मरीज हैं। जिनको पहले से ही प्राइवेट वॉर्ड दिया गया है। 

दूसरी बात यह है कि प्राइवेट अस्पतालों में कार्ड के माध्यम से डेंगू की जांच की जाती है। जिससे प्राइवेट अस्पतालों में कार्ड के माध्यम से की गई जांच के आधार पर ही डेंगू का इलाज शुरू कर देते हैं। अगर पूरे जिले की बात की जाए तो अभी तक पूरे जनपद में 5080 लोगों की डेंगू जांच हो चुकी है।

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