Noida News : नोएडा के सेक्टर 93 ए में स्थित सुपरटेक एमेरल्ड कोर्ट ट्विन टावर को गिराने के तरीके पर मंथन हो गई है। बीते दिनों नोएडा अथॉरिटी, सीबीआरआई, बिल्डर और एक अन्य एक्सपर्ट की बैठक हुई थी। जिसमें ट्विन टावर को कंट्रोल ब्लास्ट से गिराने पर सहमति बनी। हालांकि कंट्रोल ब्लास्ट से पहले सभी पहलुओं पर विश्लेषण किया जा रहा है। दो एजेंसी सोमवार को इन दोनों टावर को गिराने के लिए एक्शन प्लान का प्रेजेंटेशन देंगी।
दरअसल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक इन टावर को गिराने का सीमित समय बचा है। इसलिए प्रक्रिया में तेजी आई है। ब्लास्ट इस तरह से करवाया जाएगा कि मलबा इधर-उधर न फैलने पाए। साथ ही टावर के आसपास स्थित दूसरे सोसाइटी को भी खतरा ना हो। इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा। इन प्वाइंट पर सोमवार को बिल्डर की एजेंसी अपना एक्शन प्लान अथॉरिटी और सीबीआरआई के साथ बैठक में रखेंगी। इस प्रजेंटेशन के आधार पर सीबीआरआई और अथॉरिटी एजेंसी का चयन करेंगी।
अगर एजेंसी के एक्शन प्लान से सीबीआरआई की टीम संतुष्ट नहीं हुई, तो बिल्डर को अन्य एजेंसियों के लिए कहा जाएगा। अथॉरिटी के अधिकारियों का कहना है कि कंट्रोल ब्लास्ट से टावर तोड़े जाएंगे। मगर उसके पहले कई प्वाइंट पर विश्लेषण होगा। कोशिश होगी कि ब्लास्ट करने पर टावर सीधे नीचे बैठे। आसपास की दूसरे टावर को नुकसान न हो। साथ ही ब्लास्ट से गंभीर कंपन न हो, जो आसपास की दूसरी इमारतों के लिए खतरा बन जाए। इन बिंदुओं से निपटने के उपाय एजेंसी बताएंगी।
एजेंसी, सीबीआरआई की टीम और एक्सपर्ट को टावर में ऊपर भी जाना होगा। अब तक ये दोनों टावर हाई कोर्ट के आदेश के बाद से सील हैं। इसे खोलने का आदेश अथॉरिटी से जारी हो गया है। अथॉरिटी की टीम ने मौके पर जाकर शनिवार को सील खोल दी है। सीईओ ऋतु महेश्वरी ने कहा, हाई कोर्ट के आदेश के बाद दोनों टावर को सील किया गया था। लेकिन अध्ययन और इन्हें गिराने के तरीके के लिए दोनों को खोल दिया गया है। एजेंसी सोमवार को एक्शन प्लान का प्रजेंटेशन देंगी।