सुप्रीम कोर्ट नाराज, कहा- देश में धर्म के नाम पर हिंसा की जगह नहीं

नोएडा में मुस्लिम बुजुर्ग से मारपीट का मामला : सुप्रीम कोर्ट नाराज, कहा- देश में धर्म के नाम पर हिंसा की जगह नहीं

सुप्रीम कोर्ट नाराज, कहा- देश में धर्म के नाम पर हिंसा की जगह नहीं

Tricity Today | पीड़ित बुजुर्ग कजीम अहमद शेरवानी | File Photo

Supreme Court News : सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा में एक मुस्लिम बुजुर्ग के साथ मारपीट के मामले पर नाराजगी जाहिर की है। दरअसल, इस घटना के दो साल बाद एफआईआर दर्ज की गई है। बुजुर्ग का कहना है कि मुस्लिम होने के चलते एक गैंग ने उसे निशाना बनाया। उसके साथ मारपीट की गई। स्क्रू ड्राइवर से उस पर हमला किया और उसकी दाढ़ी को नोचा। उसके साथ धर्म के आधार पर मारपीट की गई। उसकी आंखें फोड़ने की कोशिश की। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान यूपी सरकार की ओर से एसोसिएट सॉलिसिटर जनरल केएम नटराज ने माना कि पुलिस के स्तर पर लापरवाही हुई है। इसके लिए पुलिसकर्मियों पर अनुशासनत्मक कार्रवाई की गई है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा- देश में धर्म के नाम पर हिंसा की गुंजाइश नहीं
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पुलिस के रवैये पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह के मामलों में भी जब कार्रवाई नहीं होती तो एक खतरनाक माहौल बनता है। एक धर्मनिरपेक्ष देश में धर्म के नाम पर हिंसा या अपराध की कोई गुज़ाइश नहीं है। इस तरह की हरकतों को जड़ से खत्म करने की ज़रूरत है। ऐसी घटनाओं पर एक्शन लेने की जरूरत है। उन पर पर्दा डालकर समाधान नहीं किया जा सकता है। राजस्थान में पिछले दिनों एक गूंगे इंसान को पीट-पीट कर मारा डाला गया। बाद में पता चला कि मरने वाला हिंदू ही था। उसे मुसलमान समझकर मारा गया था। यह स्थिति बेहद खतरनाक है।

समाज में जो हैसियत वाले हैं, वो तो सुरक्षित हैं, बाकी का क्या?
सुप्रीम कोर्ट ने सवाल करते हुए कहा कि समाज में जो हैसियत वाले हैं, वो तो सुरक्षित हैं। बाकी का क्या होगा? हमे तो आम आदमी की सुरक्षा की चिंता है। सरकार और पुलिस के तुंरत एक्शन से ऐसे अपराध से निपटा जा सकता है। कोर्ट ने सवाल किया कि क्या यूपी पुलिस इस मामले को संजीदगी को देखते हुए इसे धर्म के आधार पर होने वाला अपराध मानेगी या फिर इस पर पर्दा डालने की कोशिश करेगी? दूसरी तरफ यूपी सरकार ने कहा कि ये धर्म के आधार पर क्राइम का मामला नहीं है। बुजुर्ग के साथ मारपीट करने वाला स्क्रू ड्राइवर गैंग है। वह इस नाम से कुख्यात है और ये गैंग कई तरह की आपराधिक वारदातों में शामिल रहा है। उन्होंने तो हिंदुओं पर भी हमले किए हैं। कोर्ट ने यूपी सरकार से कहा है कि वो हलफनामा दाखिल करें। इन सभी मामलों में दर्ज एफआईआर की जानकारी दें। सरकार बताए कि इन मामलों में आरोपियों को कब गिरफ्तार किया गया? कब वो बरी हुए? यूपी सरकार को दो हफ्ते में जवाब दाखिल करना है। अब 3 मार्च को सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर अगली सुनवाई करेगी।

क्या है मामला
दिल्ली के जाकिर नगर में रहने वाले एक कजीम अहमद शेरवानी 4 जुलाई 2021 कि सुबह 7:00 बजे अपने घर से अलीगढ़ जाने के लिए निकले थे। सुबह लगभग 8:00 बजे वह नोएडा में सेक्टर-37 बस स्टैंड पर पहुंचे और वहां बस आने का इंतजार करने लगे। इसी दौरान सफेद रंग की एक कार आकर रुकी और ड्राइवर ने इशारा करके कजीम अहमद को कार में बैठा लिया। कार चल पड़ी और थोड़ी देर बाद ही कार में सवार 4 लोगों ने कजीम पर हमला कर दिया। उनकी दाढ़ी नोच ली। बुरी तरह मारपीट की गई। उनकी आंखें फोड़ने की कोशिश की गई। कुछ दूर आगे जाकर इन लोगों ने कजीम अहमद शेरवानी से लूटपाट की और उन्हें कार से धक्का दे दिया। बुरी तरह घायल कजीम ने थाना सेक्टर-39 में शिकायत की लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। करीब एक साल तक परेशान होने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। अब इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है।

अब एफआईआर और गिरफ्तारी हुई हैं
लगभग डेढ़ साल बाद पिछले महीने इस मामले में नोएडा थाना सेक्टर-39 पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने कजीम अहमद शेरवानी की याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से अगली तारीख पर केस डायरी अदालत में लाने को कहा था। सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद नोएडा की सेक्टर-39 थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। कजीम अहमद शेरवानी को पीटने वाले 4 लोग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए है। इतना ही नहीं, कजीम के बयानात के आधार पर 3 पुलिस अफसरों पर कार्यवाही की गई है।

पुलिस ने इन चार बदमाशों को गिरफ्तार किया
नोएडा सेक्टर-39 कोतवाली पुलिस ने सोमवार को चार आरोपी शिव कुमार, दीपक, बबलू और ट्विंकल को गिरफ्तार किया है। यह चारों पेचकस गैंग के बदमाश हैं। दीपक और शिवकुमार एक ही परिवार के सदस्य हैं और मूल रूप से बुलंदशहर के रहने वाले हैं। तीसरा आरोपी बबलू ग्रेटर नोएडा के मायचा गांव का रहने वाला है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पीड़ित कजीम अहमद शेरवानी से चारों बदमाशों की शिनाख्त करवाई गई। उन्होंने इन चारों की पहचान भी कर ली। इन चारों आरोपियों ने शहर में कई और घटनाओं को अंजाम दिया है। जिसके बाद 17 अक्टूबर 2021 को बीटा-2 कोतवाली पुलिस ने इन चारों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। फिलहाल चार हो गौतमबुद्ध नगर जिला जेल में बंद हैं।

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