Tricity Today | एडीसीपी रणविजय सिंह समेत कई पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ी गई
Noida News : नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के खिलाफ 81 गांवों के किसानों का आंदोलन आज उग्र हो गया। नोएडा पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारी किसानों की आड़ में कुछ निजी स्वार्थ साध रहे लोगों ने पुलिस के साथ मारपीट की। एडीसीपी रणविजय सिंह समेत कई पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ी गई। उनके साथ अभद्रता का व्यवहार किया। पुलिस आरोपी मुख्य किसान नेताओं के साथ-साथ एक हजार से ज्यादा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। एडीसीपी ने कहा है कि उन सभी चेहरों की पहचान की जा रही है। सब के खिलाफ मामला पंजीकृत कर एक्शन लिया जाएगा।
दरअसल नोएडा प्राधिकरण से अपनी मांगों को लेकर जिले के 81 गावों के हजारों किसान पिछले 1 सितंबर से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। सुरक्षा को देखते हुए इस पूरे दौरान प्राधिकरण कार्यालय के सामने पुलिस की भारी तैनाती रही। आज भी प्रदर्शनकारी प्राधिकरण ऑफिस पहुंचना चाहते थे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान किसानों की आड़ में आए कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस के साथ अभद्रता और मारपीट की। कई पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ी। कई पुलिसकर्मियों को चोटें भी आई हैं। दूसरी तरफ प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि पुलिस ने उनके साथ ज्यादती की। कई किसान भी जख्मी हुए हैं।
मीडिया से बात करते हुए एडीसीपी रणविजय सिंह ने कहा, कुछ किसान शांतिपूर्ण ढंग से हरौला बारात घर में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। हमने अफसरों और किसानों के बीच कई दफे बैठक कराई। प्राधिकरण ने कई सकारात्मक फैसले लिए। किसान भी इससे संतुष्ट थे। लेकिन उनकी आड़ में कुछ लोग निजी स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं। ऐसे लोग शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे किसानों को भी उग्र कर रहे हैं। बार-बार उन्हें हिंसा करने और नोएडा प्राधिकरण कार्यालय जाने के लिए उकसा रहे हैं। इसमें उनके व्यक्तिगत हित शामिल हैं। उन तत्वों के साथ एक हजार से ज्यादा लोग यहां पहुंचे थे। उन्होंने कानून तोड़ा।
एडीसीपी ने आगे बताया, प्रदर्शनकारियों की आड़ में आए लोगों ने प्राधिकरण के गेट को तोड़ने की कोशिश की। हमने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस दौरान उन्होंने पुलिस बलों पर हमला कर दिया। उनके साथ मारपीट की और उनकी वर्दी फाड़ी। इस तरह का व्यवहार पूरी तरह अस्वीकार्य है। किसी भी हाल में कानून-व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। अगर कोई कानून को तोड़ने की कोशिश करेगा या अपने हाथ में लेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। नोएडा पुलिस उन मुख्य आरोपियों के साथ-साथ सभी 1000 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला पंजीकृत करेगी और सख्त एक्शन लेगी।