रितु माहेश्वरी ने नोएडा की शान बढ़ाई, पूरे देश ने देखी ‘फ्री पब्लिक टॉयलेट मॉडल’ की कामयाबी

सोच बदलती है दुनिया : रितु माहेश्वरी ने नोएडा की शान बढ़ाई, पूरे देश ने देखी ‘फ्री पब्लिक टॉयलेट मॉडल’ की कामयाबी

रितु माहेश्वरी ने नोएडा की शान बढ़ाई, पूरे देश ने देखी ‘फ्री पब्लिक टॉयलेट मॉडल’ की कामयाबी

Tricity Today | रितु माहेश्वरी

Noida News : World Toilet Day के मौके पर केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (Ministry of Housing and Urban Affairs) ने चेन्नई में दो दिवसीय आयोजन किया। वहां नोएडा प्राधिकरण ने शहर में बनाए गए सिविल टॉयलेट्स की जानकारी देशभर के अफसरों से साझा की। मालूम होना चाहिए कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सड़कों के किनारे साफ-सुथरे टॉयलेट्स हैं। महज कुछ साल पहले तक शहर में यह सुविधा नहीं थी। आम आदमी खुले में पेशाब करने के लिए मजबूर था। महिलाओं की परेशानी तो क्या बयान की जाए। इस समस्या का समाधान नोएडा की तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने तलाश किया। केवल दो वर्षों में ना केवल नोएडा बल्कि ग्रेटर नोएडा में भी फ्री पब्लिक टॉयलेट खड़े हो गए।

इन टॉयलेट्स ने नोएडा की सूरत और सीरत बदली
नोएडा प्राधिकरण अपने दायरे में इन टॉयलेट का निर्माण और संचालन कर रहा है। जिनमें 120 यूरिनल ब्लॉक, 117 पब्लिक टॉयलेट,  67 कम्युनिटी टॉयलेट और 16 पिंक टॉयलेट सम्मिलित हैं। इन टॉयलेट्स की बदौलत स्वच्छ भारत सर्वेक्षण के तहत नोएडा को ODF++ सर्टिफ़ाई किया गया। शहर की सूरत और सीरत बदलने में इन टॉयलेट का बहुत बड़ा योगदान है। दरअसल, टॉयलेट के निर्माण और संचालन का यह मॉडल अपने आप में अनूठा है। किसी भी शौचालय के निर्माण में कोई सरकारी व्यय नहीं किया गया है। इनके संचालन या अनुरक्षण पर भी सरकारी खर्च नहीं होता है। इन टॉयलेट का प्रयोग करने वालों से शुल्क नहीं लिया जाता है।

कुछ इस तरह होता है संचालन
शौचालय बनाने वाली संस्था इनके ऊपर या आसपास एडवरटाइजमेंट लगाती है। उसकी राशि से शौचालय का संचालन और अनुरक्षण करती है। यह मॉडल पूरे देश में रोल मॉडल बनकर उभरा है। जिसकी केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने प्रशंसा की है। अन्य शहरों को भी नोएडा प्राधिकरण के अनुभव ने लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया है।

और चेन्नई में छा गया नोएडा
नोएडा प्राधिकरण का यह कॉनसेप्ट चेन्नई सेमिनार में छा गया। इस मॉडल के बारे में अन्य शहरों के प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया। अनुभव साझा करने के लिए मंत्रालय ने प्राधिकरण को वर्कशॉप में सम्मिलित होने का निमंत्रण दिया था। यह प्राधिकरण के लिये बड़ी उपलब्धि है। शहर के लिए बड़ी उपलब्धि है। पूरे देश के नगर निगमों और निकायों ने देखा कि कैसे नोएडा अथॉरिटी अपने शहर में उत्कृष्ट स्वच्छता मानकों का प्रयोग करके नागरिक सेवाएं दे रहा है।

कौन है रितु रितु माहेश्वरी
रितु माहेश्वरी का जन्म 14 जुलाई 1978 को पंजाब में हुआ था। भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल होने से पहले, उन्होंने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। रितु साल 2003 में IAS अफसर बनीं। रितु माहेश्वरी गाजियाबाद, अमरोहा, गाजीपुर, पीलीभीत और शाहजहांपुर की डीएम रह चुकी हैं। करीब चार महीने पहले नोएडा अथॉरिटी सीईओ के पद पर तैनात थी। ट्रांसफर के बाद वर्तमान में आगरा मंडल में कमिश्नर की जिम्मेदारी निभा रही है। रितु माहेश्वरी के पति भी IAS अधिकारी हैं। उनका नाम मयूर माहेश्वरी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के महत्वपूर्ण अफसरों में रितु माहेश्वरी शामिल हैं।

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