अरसे से लटके एफएनजी एक्सप्रेसवे के काम में आएगी तेजी, डीपीआर में तीन मार्ग की पहचान

नोएडा से बड़ी खबर : अरसे से लटके एफएनजी एक्सप्रेसवे के काम में आएगी तेजी, डीपीआर में तीन मार्ग की पहचान

अरसे से लटके एफएनजी एक्सप्रेसवे के काम में आएगी तेजी, डीपीआर में तीन मार्ग की पहचान

Tricity Today | Symbolic

Noida News : फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद को आपस में जोड़ने के लिए बनाई गई एफएनजी एक्सप्रेसवे की परियोजना पर फिर से काम शुरू किए जाने की उम्मीद नजर आ रही है। एनसीआर के तीन प्रमुख शहरों को जोड़ने के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की ओर से इस प्रोजेक्ट के सर्वे का काम पूरा कर किया जा चुका है। निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे की नई डीपीआर में फिलहाल तीन अलाइन्मेंट तैयार किए गए हैं। पीडब्ल्यूडी मुख्यालय द्वारा मंजूरी देने के बाद इनमें से किसी एक पर काम शुरू कर इस एक्सप्रेसवे को तीनों शहरों से जोड़ने का कार्य किया जाएगा।

मुख्यालय को भेजी जाएगी डीपीआर 
पीडब्ल्यूडी की तरफ से सर्वे के बाद तैयार की गई डीपीआर को मुख्यालय भेजा जाना है। उम्मीद की जा रही है कि दिवाली के बाद रिपोर्ट मुख्यालय पहुंचेगी और डीपीआर में तैयार किए गए तीन अलाइन्मेंट में से किसी एक को भंजूरी दी जाएगी। करीब छह महीने पहले पीडब्ल्यूडी की ओर से एफएनजी एक्सप्रेसवे की डीपीआर बनाने के लिए नोएडा की एमएसवी कंपनी को कंसल्टेंट एजेंसी नियुक्त किया गया था। एजेंसी ने डीपीआर तैयार कर लोक निर्माण विभाग को सौंप दी है।

लंबे समय से मिलेगी निजात, बचेगा समय और ईंधन
नोएडा और फरीदाबाद के बीचव का सफर तय करने के लिए यमुना नदी को पार करना पड़ता है। अब तक नोएडा और फरीदाबाद के बीच का सफर तय करने के लिए लोगों को दिल्ली में कालिंदी कुंज होकर आना-जाना पड़ता है। इस सड़क पर सुबह से लेकर देर रात तक आने-जाने में लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ता है। जिसमें फंसकर लोगों का समय बर्बाद होने के साथ ही भारी मात्रा में ईंधन भी बर्बाद होता है। एफएनजी एक्सप्रेसवे के बनने के बाद न सिर्फ नोएडा और फरीदाबाद के बाद का सफर आसान होगा, बल्कि लोगों को गाजियाबाद के साथ ही मेरठ एक्सप्रेस-वे भी कनेक्टिविटी मिल जाएगी।

नोएडा में काम लगभग पूरा, यमुना पर पुल सबसे महत्वपूर्ण 
साल 1998 में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के क्षेत्रीय प्लान में और फरीदाबाद नगर निगम के सुझाव पर वर्ष 2011 के मास्टर प्लान में एफएनजी को शामिल किया गया था। सर्वे के बाद इस योजना को रद्द कर दिया गया। वर्ष 2015 में इसे फिर शुरू करने की योजना तैयार की गई। लेकिन अब तक सिर्फ नोएडा के हिस्से में ही काम हो पाया है। हरियाणा के फरीदाबाद की तरफ इसका काम नहीं हो सका। बचे हुए निर्माण कार्य में सबसे महत्वपूर्ण कार्य यमुना नदी के ऊपर पुल बनाया जाना बाकी है। वहीं नोएडा में छिजारसी के पास इसे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाना अभी बाकी है। नोएडा के हिस्से की अधिकांश सड़क का निर्माण पूरा हो चुका है।

पुल के लिए जगह हो चुकी है चिह्नित 
एफएनजी एक्सप्रेसवे का प्रोजेक्ट हरियाणा सरकार के फ्लैगशिप प्रोजेक्ट में शामिल है। फरीदाबाद की तरफ से लगातार कार्य में हो रही देरी को लेकर दो वर्ष पूर्व तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस प्रोजेक्ट की समीक्षा की थी। उन्होंने उस समय अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि इस प्रोजेक्ट से जुड़े सभी प्रकार की समस्या और विवादों का निस्तारण कर काम को पूरा किया जाए। इसके बाद फरीदाबाद प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने फरीदाबाद के हिस्से में स्थलीय निरीक्षण किया, इसके बाद प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए संभावित रूट का सर्वे और निरीक्षण किया। अधिकारियों द्वारा यमुना पर पुल बनाकर फरीदाबाद और नोएडा को जोड़े जाने के लिए भी स्थलीय निरीक्षण कर जगह चिह्नित की जा चुकी है। 

फरीदाबाद में बनेगी 9 किलोमीटर लंबी सड़क 
एफएनजी का निर्माण पूरा करने के लिए फरीदाबाद के हिस्से में आने वाली करीब नौ किलोमीटर लंबी सड़क बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी का सर्वे पूरा हो चुका है। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने बताया कि एफएनजी एक्सप्रेसवे की शुरुआत ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-88 स्थित निजी अस्पताल के पास से होगी। इसके बाद खेड़ी कलां गांव होते हुए लालपुर में यमुना किनारे पहुंचेगा। जहां पुल के जरिये नोएडा के मंगरोली गांव से जोड़ा जाएगा। यमुना नदी पर 600 मीटर लंबे पुल का निर्माण किया जाएगा। इसमें आने वाले खर्च को हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार आधी-आधी हिस्सेदारी देगी। छह लेन के पुल का निर्माण करने में करीब 200 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पुल को नोएडा और फरीदाबाद से जोड़ने के लिए अप्रोच रोड अपने-अपने हिस्से में स्वयं बनाई जाएगी।

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