मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक जैसा नजर आएगा, तिरंगी रोशनी होगी इसकी खासियत

नोएडा में कहां है यह ब्रिज : मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक जैसा नजर आएगा, तिरंगी रोशनी होगी इसकी खासियत

मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक जैसा नजर आएगा, तिरंगी रोशनी होगी इसकी खासियत

Google Image | बांद्रा वोर्ली सी लिंक

Noida News : नोएडा शहर से ख़ास खबर है। नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक से प्रेरित होकर नया ब्रिज बनवा रही है। यह ब्रिज जुड़वां शहरों नोएडा और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाला सिग्नेचर ब्रिज है। जिसे तिरंगी रोशनी से सराबोर किया जाएगा। अधिकारियों ने कहा, "शहर के व्यस्त पार्थला चौक पर 600 मीटर लंबा सस्पेंशन पुल एलईडी रोशनी के साथ बेहद खूबसूरत नजर आएगा। इसके बीच वाले दोनों खंभे लंबी दूरी के प्रोजेक्टर से लैस होंगे।"

ख़ास मौकों पर बिखेरेगा रोशनी
नोएडा अथॉरिटी के अफसरों ने कहा, "विशेष अवसरों जैसे स्वच्छ भारत मिशन, जी-20 शिखर सम्मेलन, स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती और गणतंत्र दिवस पर इसे रंगीन तिरंगी रोशनी से सराबोर किया जाएगा।" प्राधिकरण के उप महाप्रबंधक राजेश कुमार ने आगे बताया कि प्राधिकरण की योजना बांद्रा-वर्ली सी-लिंक के सौंदर्यीकरण से प्रेरित है। इस ब्रिज की प्रकाश व्यवस्था नोएडा को एक विशिष्ट पहचान देगी। शहर में छुट्टियां मानाने या कारोबार के लिए आने वाले लोग नोएडा की प्रगति को देखकर अभिभूत होंगे।

आपको बता दें कि भारत का सबसे लंबा समुद्री पुल मुंबई में 5.6 किलोमीटर लंबा और 8 लेन का है। बांद्रा-वर्ली सी लिंक के नाम से मशहूर यह ब्रिज वास्तुशिल्प की एक उपलब्धि है। यह देश के सबसे प्रतिष्ठित स्थलों में से एक बन चुका है। यह रात में रंगीन रोशनी की खास बनावट के रूप में नजर आता है। नीचे समुद्र के पानी पर प्रतिबिंब नजर आता है।

लाइट्स लगाने के लिए टेंडर निकाला गया
नोएडा प्राधिकरण के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर गौरव बंसल ने योजना के बारे में बताते हुए कहा कि सिक्स लेन पुल की केबल एलईडी लाइटों से ढकी जाएंगी। पुल के दो मुख्य स्तंभों में प्रोजेक्शन लाइट्स होंगी। वाणिज्यिक केंद्रों पर लाइट लगाने का अनुभव रखने वाली कंपनियों या एजेंसियों के लिए टेंडर जारी किया गया है। मई के पहले सप्ताह तक बोलियां खोली जाएंगी और उन्हें महीने के अंत तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा।

कई बार निर्माण की समय सीमा खत्म हुई
अधिकारियों ने कहा कि पुल से जुड़ा लंबित सिविल कार्य और लाइटिंग का काम साथ-साथ काम पूरा किया जाएगा। सिग्नेचर ब्रिज पर काम दिसंबर 2020 में शुरू हुआ था। इसके बाद से कई समय सीमाएं खत्म हो गई हैं। वैसे इसका निर्माण जून 2022 में पूरा हो जाना चाहिए था। अब नई समय सीमा 31 मार्च 2023 थी, जो बीत चुकी है। अधिकांश निर्माण कार्य पूरा होने के बाद प्राधिकरण के अधिकारी अब मई के अंत तक पुल का शुभारंभ करने की उम्मीद कर रहे हैं।

यह ब्रिज 81 करोड़ रुपये में बनेगा
यह ब्रिज 81 करोड़ रुपये के खर्च से बनाया जा रहा है। इसके शुरू होते ही नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच हजारों यात्रियों के लिए यात्रा आसान बन जाएगी। इस रास्ते का उपयोग नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद के हजारों लोग रोजाना कार्यालय आने-जाने के लिए करते हैं। वर्तमान में यात्रियों को गढ़ी चौखंडी गांव की सड़क से होकर गुजरना पड़ता है। पड़ोसी शहर ग्रेटर नोएडा जाने के लिए नोएडा में सेक्टर-121 की आंतरिक सड़कें इस्तेमाल करनी पड़ती हैं।

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