Noida News : अब नोएडा में ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वाले नहीं बच पाएंगे। शहर के 20 चौराहों से ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को हटा दिया जाएगा। अभी चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे नजर रखेंगे। इन चौराहों पर कैमरे लगाए जा चुके हैं। कैमरों का ट्रायल चल रहा है। अब तक के ट्रायल की समीक्षा की गई। इसके लिए सेक्टर-94 कमांड कंट्रोल सेंटर में नोएडा प्राधिकरण और यातायात पुलिस अधिकारियों के बीच बैठक हुई। बैठक में डीसीपी यातायात की ओर से कुछ सुझाव दिए गए हैं। इन सुझावों से जुड़ी तकनीकी समस्याओं को इंजीनियरों की टीम दूर कर देगी। इसके बाद फाइनल ट्रायल होगा और शहर के 20 चौराहे कैमरों के हवाले कर दिए जाएंगे।
शहर के सारे मेट्रो स्टेशनों के नीचे जल्दी कैमरे लगेंगे
डीसीपी ट्रैफिक ने मुख्य रूप से एक वाहन का दो बार चालान नहीं होने की बात कही है। चालान का प्रिंट स्पष्ट मिलना चाहिए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम (पीएएस) सहित अन्य कई सुझाव शामिल हैं। अब आगे शहर के सारे मेट्रो स्टेशनों के नीचे, दिल्ली बार्डर और सभी यू-टर्न पर कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं। अब इन सारे सुखावों को सॉफ्टवेयर में अपडेट किया जाएगा। प्रोजेक्ट को रफ्तार देने के लिए अब हर बुधवार बैठक होगी। अभी कैमरों का ट्रायल जारी है। बैठक में डीसीपी यातायात गणेश साहा, यातायात निरीक्षक आशुतोष सिंह और नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक एसपी सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
84 स्थानों से पुलिसकर्मियों की ड्यूटी खत्म कर दी जाएंगी
बैठक में कैमरे लगा रही कंपनी ने प्रस्तुतीकरण दिया। कैमरों की पूरी कार्य प्रणाली के बारे में अफसरों को बताया गया है। प्रस्तुतीकरण देखने के बाद डीसीपी ने कुछ सुझाव दिए। डीसीपी ने कहा, "मैंने प्रस्तुतीकरण देखने के बाद कुछ सुझाव दिए हैं। चालान के दौरान वाहनों की नंबर प्लेट और उल्लंघन हो रहे नियम की तस्वीर स्पष्ट रूप से आनी चाहिए। एक ही वाहन के दो-दो बार चालान नहीं होने चाहिए। इसके अलावा पब्लिक एड्रेस सिस्टम को और बेहतर करने की जरूरत है। सभी मेट्रो स्टेशन के नीचे, बार्डर और यू-टर्न पर कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। वाहनों के चालान का डाटा मांगा जा रहा है।" नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि बैठक में एनआईसी के अधिकारी शामिल थे। यातायात पुलिस की ओर से दिए गए सुझावों को सॉफ्टेवयर में अपडेट करवाकर जरूरी बदलाव किए जाएंगे। अब हर बुधवार को इस प्रोजेक्ट के कामकाज को लेकर समीक्षा बैठक होगी। 15 जून तक शहर में सभी 84 स्थानों पर कैमरे लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। जिन स्थानों पर कैमरे लगा दिए जाएंगे, वहां से पुलिसकर्मियों की ड्यूटी खत्म कर दी जाएंगी।
अब कमांड सेंटर में तैनात होंगे ज्यादा पुलिसकर्मी
सेक्टर-94 स्थित कमांड कंट्रोल सेंटर में अब करीब आधा दर्जन यातायात पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके लिए एक टीएसआई को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। कैमरे लगने के बाद 84 स्थानों से पुलिस कर्मियों की ड्यूटी हटा दी जाएगी। अभी पूरे जिले में 130 जगह यातायात पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही हैं।