Noida News : वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण संसद में एक फरवरी को सर्वाइकल कैंसर रोकथाम के लिए 9 से 14 साल की लड़कियों के टीकाकरण की बात करती है और उसके ठीक अगले ही दिन खबर आती है कि चर्चित अभिनेत्री पूनम पांडेय की सर्वाइकल कैंसर से मौत हो गई है। बाद में उन्होंने खुद ही इसका खंडन करते हुए अवेरनेस कैंपेन की बात कही। अब कुछ लोग इसे पब्लिसिटी स्टंट बता रहे हैं। कहानी कुछ भी हो लेकिन हकीकत यही है कि एक ऐसी गंभीर बीमारी जिसको लेकर सरकार भी चिंतित है और संसद में बात होने के बाद भी लोगों तक वो मैसेज नहीं पहुंच पाया जो पूनम पांडेय एपिसोड के बाद हुआ। आप को बता दें कि देश में हर साल 35 हजार महिलाएं सर्वाइकल कैंसर के चलते जान गंवा रही है। देश की बड़ी आबादी को इसके बारे में पता नहीं है। यहां तक की लड़कियों को भी इस बारे में पता नहीं है। ऐसे में आज हम सर्वाइकल कैंसर क्या है, कैसे होता है और इसके लक्षण और उपचार को लेकर बात करेंगे। हमारे साथ है उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग में तैनात महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. मीरा पाठक।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
पानी जैसा या खूनी योनि स्राव
योनि स्राव में दुर्गंध आना
यौन संबंध के बाद योनि से रक्तस्राव
मासिक धर्म के बीच में रक्तस्राव
लंबे समय तक और भारी मासिक धर्म
पैरों में सूजन
पेल्विक हिस्से, लेग्स और बेक पेन
सर्वाइकल कैंसर क्या होता है?
डॉ. मीरा पाठक बताती हैं कि सर्वाइकल कैंसर वह कैंसर है जो गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में शुरू होता है। गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय को योनि से जोड़ती है। सर्वाइकल कैंसर आमतौर पर समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है। गर्भाशय ग्रीवा में कैंसर होने से पहले, गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाएं 'डिसप्लेसिया' नामक परिवर्तनों से गुजरती हैं, जिसमें गर्भाशय ग्रीवा के ऊतकों में असामान्य कोशिकाएं दिखाई देने लगती हैं। ऐसे में समय के साथ यदि इसका इलाज नहीं किया गया तो असामान्य कोशिकाएं कैंसर कोशिकाएं बन सकती हैं और बढ़ने लगती हैं। साथ ही गर्भाशय ग्रीवा और आसपास के क्षेत्रों में अधिक गहराई तक फैल जाती हैं। कई महिलाएं इस बीमारी के चलते अपनी जान गवां रही है।