गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में 10 मई से 18 साल के नागरिकों का टीकाकरण होगा, पहले रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य, जानें गाइडलाइन

BIG NEWS: गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में 10 मई से 18 साल के नागरिकों का टीकाकरण होगा, पहले रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य, जानें गाइडलाइन

गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में 10 मई से 18 साल के नागरिकों का टीकाकरण होगा, पहले रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य, जानें गाइडलाइन

Tricity Today | UP CM Yogi Adityanath

  • गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में 18-44 साल के नागरिकों को 10 मई से मिलेगी वैक्सीन
  • सोमवार से इस उम्र वर्ग के लोगों का कोरोना टीकाकरण शुरू हो जाएगा
  • प्रदेश के 11 जनपदों में 18 वर्ष के ऊपर के नागरिकों का वैक्सीनेशन शुरू कराया जाएगा
  • इस उम्र श्रेणी के सभी नागरिकों को भी कोविन पोर्टल पर रजिस्टर कराना होगा
  • इन सभी नागरिकों को भी पहले से संचालित टीकाकरण केंद्रों में ही खुराक दी जाएगी
गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में 18-44 साल के नागरिकों के लिए बड़ी खबर है। इन दोनों जिलों में 10 मई, सोमवार से इस उम्र वर्ग के लोगों का कोरोना टीकाकरण शुरू हो जाएगा। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को टीम-9 के साथ कोविड-19 की समीक्षा बैठक की। जिसके बाद यह फैसला लिया गया कि प्रदेश के 11 जनपदों में 18 वर्ष के ऊपर के नागरिकों का वैक्सीनेशन शुरू कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री से लगातार वैक्सिन निर्माता कंपनियों से संपर्क बनाए रखने के लिए कहा है। ताकि प्रदेश में वैक्सीन की कमी ना हो और टीकाकरण कार्यक्रम सुचारू रूप से चलता रहे।

इन 11 जिलों में शुरू होगा टीकाकरण
टीम-9 के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई अहम फैसले लिए। इसमें बड़ा फैसला प्रदेश के 11 और जिलों में 18-44 साल के उम्र के नागरिकों के लिए टीकाकरण का था। उन्होंने घोषणा की कि सोमवार से प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, शाहजहांपुर, अयोध्या, मथुरा, फिरोजाबाद, सहारनपुर, मुरादाबाद, झांसी, आगरा और अलीगढ़ में टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जाएगा। हालांकि इस उम्र श्रेणी के सभी नागरिकों को भी कोविन पोर्टल पर रजिस्टर कराना होगा। इन सभी नागरिकों को भी पहले से संचालित टीकाकरण केंद्रों में ही खुराक दी जाएगी।

85566 लाभार्थियों को मिल चुकी है वैक्सीन
दरअसल पूरे देश में 1 मई से 18-44 वर्ष के उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है। यूपी में कोरोना वायरस की ज्यादा सक्रिय मामलों वाले 7 जिलों में इसकी शुरुआत की गई थी। पहले चरण में राजधानी लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ और बरेली में टीकाकरण शुरू हुआ था। बीते शुक्रवार तक इन जिलों में 18 वर्ष से ऊपर के 85566 लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर संतुष्टि जताई कि प्रदेश में 16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के बाद अब तक 1.34 करोड़ लोगों को इसकी खुराक दी जा चुकी है। 

पहले पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचकर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को बंद करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण में सिर्फ उन्हीं लोगों को खुराक दिया जाएगा, जो पहले से अपना पंजीकरण करा चुके हैं। अब केंद्रों पर पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी नहीं की जाएगी। इसलिए वैक्सीनेशन कराने के इच्छुक लोगों को पहले अपना रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। साथ ही कोरोना से संक्रमित या इसके लक्षण वाले नागरिकों को ठीक होने के 1 महीने के बाद ही वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि इन 11 जिलों में टीकाकरण की शुरुआत होने पर संबंधित जिलों के प्रभारी मंत्री या स्थानीय प्रतिनिधी हर सेंटर पर मौजूद रहेंगे। 

ज्यादा भीड़ जुट जाती है
पहले पंजीकरण कराने के बारे में उन्होंने कहा कि टीकाकरण केंद्रों पर पंजीकरण की वजह से अनावश्यक समस्या होती है। लोग भारी संख्या में केंद्रों पर पहुंच जाते हैं। इससे संक्रमण खतरा और बढ़ जाता है। इसलिए बेहतर होगा कि टीकाकरण कराने से पहले अपना रजिस्ट्रेशन कराएं। उनको समय के मुताबिक केंद्र पर बुलाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को टीकाकरण केंद्रों पर बुलाने से एक या दो दिन पहले संपर्क किया जाए और उनकी तिथि के बारे में उन्हें जानकारी दी जाए। कोरोना को हराने के लिए उन्होंने फिर से ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट और वैक्सीन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इससे इस महामारी को हराने में सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं और इसे जारी रखना है।

संक्रमितों को ठीक होने के एक महीने बाद मिलेगी वैक्सीन
लक्षण वाले या कोरोना से संक्रमित लोगों को खुराक नहीं देने के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि कोविड-19 या लक्षण वाले लोगों को वैक्सीन न दी जाए। ऐसे सभी लोगों को ठीक होने के कम से कम 1 महीने बाद ही टीके की खुराक दी जा सकती है। इसलिए लोगों को इस बारे में पूरी जानकारी दी जाए। उन्होंने बताया कि अब वैक्सीन का नुकसान भी कम हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 18 - 44 साल के उम्र के लोगों को वैक्सीन देने से एक बड़ा फायदा मिला है। इस श्रेणी के सभी निवासी टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचते हैं। इस वजह से वैक्सीन के नुकसान का प्रतिशत 0.11 पर आ गया है। पहले यह 0.39 प्रतिशत था। सरकार इसे 0 फीसदी बनाने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है। 
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