Noida News : नोएडा के किसानों ने एक बार फिर प्राधिकरण पर हल्ला बोल दिया है। किसानों का कहना है कि नोएडा प्राधिकरण और अधिकारियों ने उनके साथ धोखा किया है। अधिकारियों ने उनको आश्वासन और लिखित तौर पर कहा था कि वह किसानों की मांगों को नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में रखेंगे, लेकिन अधिकारियों ने ऐसा नहीं किया। नोएडा प्राधिकरण और अफसरों ने किसानों के साथ धोखा किया है। आज एक बार फिर किसान अपनी मांगों को लेकर नोएडा प्राधिकरण पर धरने पर बैठ गए हैं।
122 दिनों तक चला प्रदर्शन
किसान नेता सुखबीर पहलवान ने बताया कि नोएडा के किसानों का 122 दिनों तक प्राधिकरण पर प्रदर्शन चला था, जिसके बाद बीते 30 दिसंबर 2021 की रात को नोएडा के किसानों और प्राधिकरण के अधिकारियों की जो बीच वार्तालाप हुई। इस बैठक में प्राधिकरण के अधिकारियों ने सहमति पत्र देते हुए कहा था कि वह किसानों की समस्याओं को बोर्ड बैठक में रखेंगे। कल 5 जनवरी को नोएडा प्राधिकरण ने बोर्ड बैठक करने के लिए किसानों को आश्वासन दिया था, लेकिन बोर्ड बैठक नहीं हुई। किसानों का कहना है कि जब बोर्ड बैठक ही नहीं होगी तो किसानों की समस्याओं का समाधान कैसे होगा।
बोर्ड बैठक नहीं हुई
किसानों के मुख्य 4 मांगे हैं। पहली मांग यह है कि 1932 के बाद की जमीन भी किसानों के नाम पर दर्ज हो। दूसरी मांग है कि नोएडा के सभी किसानों को 10 प्रतिशत प्लॉट दिए जाएं। तीसरी मांग है कि नोएडा के किसानों के लिए नक्शा नीति लागू नहीं हो और चौथी मांगे की सभी किसानों को कमर्शियल गतिविधियों के लिए जमीन दी जाए। इन सभी मांगों पर किसानों और अफसरों की बातचीत हुई थी, जिसमें किसानों को प्राधिकरण की तरफ से आश्वासन मिला था कि उनकी समस्याओं और मांगों को बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। 5 जनवरी को नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक होनी थी, लेकिन प्राधिकरण ने बोर्ड बैठक की ही नहीं। अगर बोर्ड बैठक नहीं होगी तो किसानों की समस्याओं का समाधान कैसे होगा। इसलिए एक बार फिर किसानों ने नोएडा प्राधिकरण पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है।